भारत के 10 सर्वश्रेष्ठ लाइटहाउस
भारत की पुरानी इमारतें और स्मारक हमेशा से ही पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते आए है। भारत की कला और वास्तुकला के आगे विश्व भी नतमस्तक है। भारत में एक से बढ़कर एक कला के साक्ष्य मौजूद है जो ना केवल इतिहास को वर्णित करते हैं बल्कि वर्तमान में आधुनिकरण को भी दर्शाते हैं यही कारण है कि ज्यादतर पर्यटक भारत की कला को सराहते हैं। भारत की प्राचीन कलाओं में से एक प्रकाशस्तंभ यानि लाइटहाउस है जो समुद्र के किनारे ऊंची-उंची लंबाई में खड़े होकर अपने प्रकाश से नाविकों और राहगीरों को रास्ता दिखाते हैं। यह लाइटहाउस समुद्र के तूफानों का सामना करते हुए राहगीरों की मदद करते हैं उन्हें समुद्र में भटकने से बचाते हैं। प्रकाशस्तंभ समुद्रतट पर, द्वीपों पर, चट्टानों पर, एवं नदियों और झीलों के किनारे प्रमुख स्थानों पर जहाजों के मार्गदर्शन के लिए बनाए जाते हैं। इनसे रात के समय प्रकाश निकलता है। यह किसी भी प्रणाली से प्रकाश किरण प्रसारित करती है। पुराने समय में लाइटहाउस की जगह आग जला कर नाविकों को रास्ता दिखाया जाता था। किन्तु आज विद्युत एवं अन्य ऊर्जा के कई साधन हैं जिनसे यह लाइट हाउस रोशन होते हैं। इन प्रकाशस्तभों का उद्देश्य सागर में जहाजों के चालकों या नाविकों को खतरनाक चट्टानों से आगाह करना होता है। ये पथरीली तटरेखा, खतरनाक चट्टानों व बंदरगाहों के सुरक्षित प्रवेश को सूचित करने के लिए होते हैं। यह लाइटहाउस प्राचीन काल में बनाए गए थे जिनमें से अधिकतर आज भी कार्य करते हैं। यह लाइटहाउस अनपढ़ समुद्र में शिक्षा देने का कार्य करते हैं। इनकी रोशनी में नाविको को पता चल जाता है कि तटीय क्षेत्र निकट ही है रात के समय जब चारों और पानी ही पानी दिखाई पड़ता है। रास्ते का कोई पता नहीं चलता तो यह लाइटहाउस ही वो एकमात्र जरिया होते हैं जो नाविको को यह बताते है कि रास्ता कहां है और कैसे जाना है। साथ ही यह लाइटहाउस समुद्री तूफानों और लूटेरों के आक्रमण से भी नाविकों की रक्षा करते हैं उन्हें सतर्क करते हैं। हम आपकों भारत की इस यात्रा में 10 भारतीय लाइटहाइस यानि प्रकाशस्तोभों के बारे में बताने जा रहे हैं जो भारतीय प्राचीन कला के साक्षी हैं।
1.मनपैड बीच लाइटहाउस, तुतीकोरिन
मनपैड बीच शहरी भीड़-भाड़ और पर्यटकों की चकाचौंध से दूर समुद्री तटों में से एक है, जो निकटतम शहर तुतीकोरिन से 60 किमी दूर है। मनपैड बीच का लाइटहाउस सफेद और लाल रंग की पट्टियों से बना हुआ है जो आपको दूर से ही नजर आ जाएगा। यही कारण है कि आप स्वंय सकी ओर आकर्षित होते जाएगें। लाइटहाउस के पास बसा यह गांव होली क्रॉस चर्च के लिए जाना जाता है। यही नहीं इस समुद्री तट पर कई फिल्मों की शूंटिग भी की गई है जिनमें से कुछ प्रसिद्ध दक्षिण भारतीय फिल्में और हिंदी फिल्म सिंघम 2 और नी ठाणे एन पोन्वंशम है जिनके कई दृश्य यहां फिल्माएं गए हैं। यह एक शूटिंग स्थल था। यदि आप ऐतिहासिक स्थलों को जानने और सैर करना पसंद करते हैं तो यह आपके लिए एकदम सही जगह है जो आपको निराश नहीं करेगी।
2.लाइटहाउस बीच, कोवलम
कोवलम का लाइटहाउस समुद्री तट में है जो तिरुवनथपुरम से दक्षिणी सिरे पर 16 किमी दूरी पर स्थति है। यह जगह पर्यटकों के लिए बहुत आकर्षक है। खूबसूरत लाल और सफेद रंग वाला लबां लाइटहाउस यहां आकर्षण का कारण है। यह हरी-भरी हरियाली और चट्टानी इलाकों के शीर्ष पर स्थित है। पुराने समय में इसके आगे वाली पहाड़ी पर भी ‘विहिंगम’ नामक एक लाइटहाउस था जिस पर बंदरगाह पर आने-जाने वाले जहाज़ों के मार्गदर्शन का उत्तदायित्व था। जब यूरोपियन पर्यटकों ने इस शहर में आना शुरू किया तो उन्होंने लाइटहाउस की उपस्थिति के कारण इस बीच को लाइटहाउस बीच का नाम दे दिया । यह सबसे प्राचीन लाइटहाउसों मे से एक है। इतनी आपदाओं तूफानों के बाद भी यह जस का तस बना हुआ है। रात के समय इसकी चमकदार रोशनी ना केवल नाविकों को उम्मीद की किरण देती है बल्कि पर्यटकों को भी अपनी और आकर्षित करती है। इसके समुद्र का साफ़ पानी जनवरी के महीने में भी गर्म रहता है, यह समुद्र तट पर्यटकों को एक अलग ही आनंद का अनुभव प्रदान करता है। जब आप अरब सागर के किनारे चलते हैं तो समुद्र तट की सुंदरता और समुद्र तट के सुंदर आकर्षण का आनंद आपको आनंदित कर देता है। यह जगह फोटोग्राफी के लिए एक उत्कृष्ट सुरम्य स्थान भी है। जहां आप एक से बढ़कर एक शानदरा फोटों खिंच व खिंचवा सकते हैं।
3.केप बीच लाइटहाउस, मुलूर
केप बीच कर्नाटक के उडुपी शहर से 12 किमी दूर मुलूर नामक एक छोटे से गांव में स्थित है। चूंकि यह समुद्र तट पर्यटकों के भीड़-भाड़ से अनछूआऐ है इसलिए यह आपकों शांतिपूर्ण बहतरीन समय देगा। जहां आप स्वंय से परिचिच हो सकेगें। शहर के शोर शराबे से दूर यह समुद्री तट आपको राहत पहुंचाएगा। केप बीच लाइटहाउस का निर्माण 1901 में हुआ था यह इस समय की वास्तुकला की याद दिलाता है। इस लाइट हाउस के शीर्ष पर चढ़कर आपकों पूरा अरब सागर दिखलाई पड़ेगा। जो अपने आप में एक अनुपम नज़ारा है। यकीन मानिए यह दृश्य आपकों जीवन भर याद रहेगा।
4.मामलापुरम लाइटहाउस, चेन्नई
महाबलीपुरम जिसे मामलापुरम कहा जाता है उसका समुद्री तट चेन्नई से 58 किलोमीटर दूर दक्षिण में स्थित है। यहां पर भव्य और सुंदर समुद्री तट के अलावा पल्लव राजवंशों के काल के स्मारक और प्राचीन गुफाएं पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यह तट यूनेस्को के विश्व विरासत शहर में से एक है। इसमें कई ऐतिहासिक स्मारक हैं। इन प्राचीन स्मारकों में से एक ममल्लपुरम लाइटहाउस है जिसे 1894 में छोटे पहाड़ियों पर बनाया गया था। यह प्रकाशस्तंभ एक आश्चर्यजनक परिदृश्य और बंगाल की खाड़ी के सुंदर नीले पानी का आनंद लेने के लिए एक शानदार अनुभव है। यह लाइटहाउस आपकों एक अनुपम एहसास दिलाएगा। यहां के दृश्य आपकों सुंदर यादें देंगे।
5.पंबन द्वीप लाइटहाउस, तमिलनाड़ू
पंबन द्वीप भारत के प्रायद्वीपिय भाग और श्रीलंका के मध्य स्थित एक द्वीप है। द्वीप भारत का हिस्सा है और इसका प्रशासन तमिलनाडु राज्य के रामनाथपुरम जिले के अधीन आता है। रामेश्वरम नामक हिन्दु तीर्थ स्थान इस द्वीप पर ही स्थित है। पंबन द्वीप का लाइटहाउस काले और सफेद रंग की पट्टियों और एक उज्ज्वल लाल शीर्ष के साथ बनाया गया है। जो आगंतुकों की आंखों से बच नहीं सकता। यह लाइटहाउस आपको दूर से ही नजर आ जाएगा और आप इसकी ओर खिंचे चले जाएगें। यह द्वीप हरियाली से घिरा हुआ, कई मछली पकड़ने की नाव से युक्त एक खूबसूरत समुद्र तट है इसका प्रकाशस्तंभ देखने में बहुत अद्भुत है। जो ना केवल आपकी अच्छी फोटो के लिए उपयुक्त है बल्कि आपको शांति और सुकून देने के लिए भी पर्याप्त है।
6.मरीना बीच लाइटहाउस, चेन्नई
मरीना बीच 46 मीटर लंबा लाइटहाउस चेन्नई में सबसे प्रतिष्ठित संरचनाओं में से एक है। मरीना समुद्र तट चेन्नई का एक खूबसूरत तट है। बंगाल की खाड़ी से बना यह समुद्री किनारा शहर के उत्तरी छोर पर बने सेंट जॉर्ज किले के साथ-साथ है। मरीना समुद्र तट की कुल लंबाई करीब 13 किमी है। यह भारत का सबसे बड़ा और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा समुद्री किनारा है। मरीना बीच पर स्थित लाइटहाउस पहले बंद कर दिया गया था किन्तु 2013 मं इसे फिर से पर्यटकों के लिए शुरु किया गया। यह लाइट हाउस वो पहला लाइटहाउस है जिसकी दस मंजिले है। यह सबसे लंबा लाइट हाउस है। अपनी अनुपम सौंदर्य के कारण कभी मरीना समुद्र तट पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है बंगाल की खाड़ी के अद्भुत नीले रंग के पानी को देखने के लिए नौवीं मंजिल आगंतुकों के लिए खुला रखा गया है जहां से आप इस सुंदर समुद्री नज़ारों का आनंद ले सकते हैं।
7.रूपेन क्रीक लाइटहाउस, द्वारका
गुजरात के शहर द्वारका के रुपेन क्रीक में 18 फीट लंबे लाइटहाउस का निर्माण 19वीं शताब्दी हुआ था। काले और सफेद पट्टियों से सजा यह लाइटहाउस आकर्षण का केन्द्र है। इसके बीच पर अनेक प्राकृतिक संपदाएं भी हैं। बीच की सुंदरता और स्वच्छता के कारण यहां समुद्री जीव भी स्वयं को सुरक्षित महसूस करते हैं। इसलिए यहां लोग अधिक आते हैं। जो इस स्थान को अधिक रमणीय और प्रेम से लबरेज बनाता है। इस लाइटहाउस को देखने के लिए रात का समय सबसे उपयुक्त है रात मे इसकी तेज रोशनी अंधेरे में चमकते चारों से भी तेज दिखलाई पड़ती है। चारों और समुद्र का पानी और उसमें चमकती रौशनी का नजारा अविस्मरणिय प्रतित होता है।
8.अगुआदा किला लाइटहाउस, गोवा
इसके नाम से भ्रमित न हों। 17 वीं शताब्दी में पुर्तगाली निर्माण, अगुआदा किला भी एक लाइटहाउस है, जो कि किले के ऊपरी हिस्से पर स्थित है। यह पणजी से 18 किलोमीटर दूर है, जिसे गोवा का सबसे मजबूत किला माना जाता है। पुर्तगालियों ने इस किले को 1609-1612 के दौरान बनवाया था ताकि वे मंडोवी नदी के जरिए गोवा में प्रवेश करने वाले जहाजों पर निगरानी रख सकें। इसके साथ ही इस किले का एक दूसरा लक्ष्य पुराने गोवा को दुश्मनों से बचाने के लिए उपयोग में लाना भी था। किले के भीतर 19वीं सदी में लाइट हाउस का निर्माण भी किया गया था। वर्तमान में इस किले को सेंट्रल जेल के रूप में उपयोग में लाया जाता है। 1540 में निर्मित कैबो राज निवास अगुआदा फोर्ट के ठीक सामने है। इसे 1594 में स्थानीय गवर्नर के निवास के रूप में तब्दील कर दिया गया था। किले में वास्तुकला के बेहतरीन नमूने देखने को मिलते हैं। यह लाइटहाउस आगंतुकों के लिए खुला नहीं है क्योंकि कहा जाता है कि कई फिल्मों की शूंटिग के दौरान वहां गोली मार दी गई थी किन्तु फिर भी आगंतुकों के लिए गोवा में यह आकर्षण की जगह के रूप में बनी हुआ है।
9.पुदुच्चेरी लाइटहाउस, पुदुच्चेरी
पुदुच्चेरी का ऐतिहासिक शहर दो लाइटहाउस का घर है। पुदुच्चेरी में कई बीच हैं और सबकी अलग-अलग पहचान है। प्रोमेनेड बीच के नाम से प्रसिद्ध पुदुच्चेरी बीच यहां का प्रमुख आकर्षण है। शाम के समय तट पर ट्रैफिक की आवाजाही बंद कर दी जाती है, जिससे समंदर किनारे टहलने वालों को सहूलियत हो। प्रोमेनेड बीच 1.5 किमी. में फैला है। शहर के सभी प्रमुख आकर्षण स्थील इसके आसपास ही हैं। यहां महात्मा गांधी की विशाल मूर्ति है। एक पुराना लाइट हाउस भी है। प्राचीन प्रकाशस्तंभ जो आज गैर-कार्यात्मक बना हुआ है यह 19वीं शताब्दी में बनाया गया था यह 29 मीटर लंबा है। नया लाइटहाउस काले और सफेद के संयोजन में हेक्सागोनल आकार में बनाया गया है। पुदुच्चेरी में लाइटहाउस अविश्वसनीय हैं और पर्यटकों को यहां अवश्य जाना चाहिए।
10.मुट्टॉम लाइटहाउस, कन्याकुमारी
मुट्टॉम कन्याकुमारी का प्रसिद्ध समुद्री तट है। दूर-दूर फैले समुद्र के विशाल लहरों के बीच यहां का सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा बेहद आकर्षक लगता हैं। समुद्र बीच पर फैले रंग बिरंगी रेत इसकी सुंदरता में चार चांद लगा देता है। आप कन्याकुमारी में अविश्वसनीय लाइटहाउस को देखे बिना नहीं रह सकते। यह लाइटहाउस ब्रिटिश शासनकाल के दौरान बनाया गया था। लाइटहाउस समुद्र तल से 110 फीट ऊपर है और कन्याकुमारी में गांव मुट्टॉम में खड़ा है। यह भारत में सबसे लोकप्रिय लाइटहाउसों में से एक है। जो आपकों एक अलग ही अनुभव प्रदान करेगा।