भारत एक विविधताओं का देश है। आप यहां मौसम के हर रंग को देख व महसूस कर सकते हैं। भारत में जहां विशेष रुप से 6 ऋतुओं को महत्वपूर्ण माना जाता है। ग्रीष्म, शीत, वर्षा, हेमंत, बंसत व शिशिर ऋतु। सभी ऋतुओं का अपना-अपना महत्व व अपनी पहचान है। भारत में सर्दियों का आनंद लेने के लिए शरद ऋतु की संज्ञा दी जाती है। शरद यानी सर्दियों का मौसम भारत के कई इलाकों में यूं तो साल भर बना रहता है किन्तु विशेषकर नवंबर से फरवरी के बीच में भारत में सर्दिया अपनी चरम पर होती है। जहां आपको धूंधली ओस से भरी सुबह की कंपकपी से दिन की हल्की धूम का आनंद लेने को मिलेगा। शाम की ठिठुरन में चाय का स्वाद आपको गर्माहट देगा। यहां की ठंडी रातें आपको सुकुन प्रदान करेगीं। जहां आप अपने कंबल के अंदर रहते हुए ही जो चाहे वो करना चाहेगें। हालांकि, सर्दियों के महीनों को देश भर में यात्रा करने का एक अच्छा समय माना जाता है। खासतौर पर उन क्षेत्रों में जिन्हें गर्मियों में घूमकर नहीं देखा जा सकता है। भारत में उत्तर से लेकर दक्षिण तक, पूर्व से लेकर पश्चिम तक के राज्यों में आप सर्दियों का आनंद ले सकते हैं। गुलमर्ग में बर्फ से ढके पहाड़ों से लेकर जैसलमेर की सुनहरी रेत के ट्यूनों तक, मुन्नार में सुगंधित चाय बागानों से लेकर, अंडमान के समुद्री तटों की चहल-पहल सर्दियों में आपकी खुशियों को दूगना कर देगीं। गर्म मोटे कपड़े पहन आप निकल पड़ेगें इन शहरों का आनंद लेने के लिए।
देश में सबसे लोकप्रिय सर्दियों के गंतव्य यहां दिए गए हैं:
राजस्थान
भारत का पश्चिमी राज्य राजस्थान ना केवल अपने प्राचीन महलो के लिए प्रसिद्ध है ब्लकि अपने रंग, परंपरा, संस्कृति, और राजशाही इतिहास का एकदम सही मिश्रण, है। राजस्थान छुट्टियों के गंतव्य के रूप में पर्यटकों, विशेष रूप से विदेशी पर्यटकों के बीच न बहुत लोकप्रिय है। सर्दियों के दौरान, राजस्थान में चरम मौसम परिवर्तन का अनुभव होता है, जिसे पर्यटकों के बीच बहुत सुखद माना जाता है। सर्दियों में राजस्थान घूमने की बात ही कुछ और ही होती है। उत्तरी भारत की और जगहों की तरह ही राजस्थान में भी अच्छी ठंड का अनुभव होता है, पर यह ठंड दुनिया के पश्चिमी प्रदेशों के मुक़ाबले थोड़ी हल्की होती है। इस जगह की ख़ासियत है यहां के प्राचीन क़िले, जो यहां ‘गढ़’ के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। राजस्थान में महाराजाओं की संस्कृति और परंपरा के बारे में कुछ जादुई असर है, जिसे राज्य में कई राजसी किलों, चमकदार महलों, पारंपरिक लोक गीत और कठपुतली नाटक द्वारा देखा जा सकता है। यहां आकर आप इन कहानियों में ही गुम हो जाएगें।
माउंट आबू राजस्थान में एकमात्र पहाड़ी स्टेशन है, जो हनीमून पर आए जोड़ों के बीच बहुत प्रसिद्ध है। यह स्थल राजस्थान के अन्य स्थलों की अपेक्षा अधिक ठंडा रहता है। जो एकांत पसंद करते उनके लिए यह किसी स्वर्ग से कम नहीं हैं। तीर्थयात्रियों के लिए, पुष्कर और अजमेर वास्तविकता से बचने और आर्शीवादित होने का एक आदर्श स्थान हैं। जहां आप खुद को भगवान की शरण में महसूस कर सकते हैं।
यदि आप राजस्थान की विरासत और राजशाही की खोज करना पसंद करते हैं, तो बीकानेर और बुंदी जैसे शहरों की यात्रा करें। बीकानेर में महाराजा के योरे के शाही महल - गजनेर पैलेस राजस्थान में एक जरूरी यात्रा के स्थान है। विलक्षण थार रेगिस्तान, जोधपुर (वास्तुकार प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग) और जैसलमेर (मिठाई शिविर और ऊंट की सवारी के लिए प्रसिद्ध) स्थल है। यह एक शहर को दो हिस्से है। जो अपने आगंतुकों को जादुई अनुभव प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं। रेगिस्तान के किनारे बसा जोधपुर पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। कानरा झील, उम्मेद भवन को देखने पर्यटक खास तौर पर आते हैं। बल्यू सिटी के नाम से प्रसिद्ध जोधपुर शहर की पहचान यहां के महलों और पुराने घरों में लगे छितर के पत्थरों से होती है।
राजस्थान की विभिन्न जगहों की कला, सांस्कृतिक धरोहर और लोकनृत्य काफ़ी मनोहर हैं। ये दिलो-दिमाग़ में एक जादू-सा कर देते हैं। सर्दियों के मौसम में जोधपुर और जैसलमेर घूमने का अपना ही आनंद है। जैसलमेर में दूर तक फैला रेगिस्तान किसी को भी मंत्रमुग्ध कर सकता है।
राजस्थान जाने के लिए आप पहले से सुनिश्चित करें कि किसी भव्य विरासत होटलों रहना चाहते हैं जहां आपको शानदार शाही अनुभव प्राप्त होगा। कुछ लोकप्रिय होटलो में उंमाद भवन पैलेस (जोधपुर), ताज लेक पैलेस (उदयपुर), लक्ष्मी विलास पैलेस (बीकानेर), समोड पैलेस (जयपुर) और सरिस्का पैलेस (अलवर) आदि शामिल हैं।
गोवा
जब भी हम इ शीतकालीन यात्रा के बारे में सोचते हैं, तो गोवा हर किसी के दिमाग में आने वाली पहली जगह होती है। गोवा एक ऐसी जगह है जहां किसी भी मौसम में जाया जा सकता है। यह भारत का परम समुद्र तट और पार्टी के लिए शानादर स्थल है। हालांकि इस छोटे से राज्य में जाने का कोई सबसे अच्छा समय है तो वो सर्दियों का समय है जब गोवा पर्यटकों से भरा हुआ है। क्योंकि यह वो समय होता है जब देश विदेश से पर्यटनक क्रिसमस और नववर्ष का जश्न मनाने गोवा में एकत्र होते हैं। इसके जीवंत त्यौहार, सुनहरे समुद्र तट, रोमांचक जल खेल, पारिवारिक व्यंजन, ऊर्जावान नाइटलाइफ़ और पुर्तगाली संस्कृति, इसे भारत में सबसे आदर्श शीतकालीन अवकाश स्थलों में से एक बनाती हैं।
सर्दियों की शुरुआत के साथ, यह जगह रोमांचक संगीत त्योहारों, अद्वितीय समुद्र तट पार्टियों के रूप से पर्यटकों के पागलपन के साथ जीवंत और उत्साह से ओत-प्रोत हो जाती है। यहां के आसपास का माहौल बेहद ऊर्जावान है, खासकर क्रिसमस और नए साल के आसपास। पार्टी प्रेमियों के लिए, गोवा इस शीतकालीन होने के लिए अंतिम स्थान है। हर साल गोवा में आयोजित सनबर्न फेस्टिवल हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है।
परिवारों के लिए भी सर्दियों के मौसम के दौरान गोवा में बहुत कुछ करने को होता है। समुद्री तटों, शानदार झरनों, राजसी किलों, विश्व धरोहर चर्चों, मंदिरों, मस्जिदों और आराम से बहने वाली नदी के परिभ्रमण में रोमांचक वन्यजीवन के साथ यहां कोई भी कभी भी नहीं ऊब सकता।
हनीमून लवर और जो पर्यटक भीड़ से अलग समय बिताना चाहते हैं, वे दक्षिण गोवा जा सकते हैं। यह उत्तर गोवा के रूप में जीवंत नहीं, दक्षिण गोवा अपने प्राचीन समुद्र तटों, लक्जरी होटल और शोर रहित वातावरण के लिए जाना जाता है, जो उन लोगों के लिए उपयुक्त हैं जो हलचल से दूर एकांत में समय बिताना चाहते हैं।
समुद्र तट, आकर्षक चर्च, मंदिर, पुराने किले और प्रकृति प्रेमियों को गोवा बहुत भाता है। सुंदर और साफ समुद्र तट, लहराते पेड़, कर्निवाल, मांडवी नदी के तट पर क्रूज की सवारी का आनंद उठा सकते हैं। दिसंबर माह में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह गोवा है। कई पर्यटक तो लजीज सी-फूड और सबसे लोकप्रिय पेय फेनी का मजा लेने के लिए खासतौर पर गोवा आते हैं। आप भी गोवा के इस जश्न में शामिल होकर अपनी छुट्टियों का आनंद ले सकते हैं।
केरल
केरल पर्यटकों में बेहद लोकप्रिय है। केरल को गॉड्स ऑन कंट्री नाम (ईश्वर का अपना घर) से पुकारा जाता है। खूशबूदार मसालों के लिए मशहूर केरल अपने खूबसूरत सागर व हरियाली के लिए भी प्रसिद्ध है। बारिश के समय के बाद केरल की हरियाली का एक अलग ही रंग होता है। जो किसी का भी मन मोह लेने का दम रखता है। पश्चिमी घाट और यहां पर शांत बैकवाटर या लागोन इस मोहक जगह के लिए काफी अद्वितीय आकर्षण जोड़ती हैं। केरल में कई प्रकार के दर्शनीय स्थल हैं। इन स्थानों पर देश-विदेश से असंख्य पर्यटक भ्रमणार्थ आते हैं । मून्नार, नेल्लियांपति, पोन्मुटि आदि पर्वतीय क्षेत्र, कोवलम, वर्कला, चेरायि आदि समुद्र तट, पेरियार, इरविकुल्लम आदि वन्य पशु केंद्र, कोल्लम, अलप्पुषा, कोट्टयम, एरणाकुलम आदि झील प्रधान क्षेत्र (बैक वाटर रिजन) आदि पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण केंद्र हैं ।केरल में प्रकृति के उत्साही लोगों के लिए सुंदर पहाड़ी स्टेशन, महासागर प्रेमियों के लिए सुनहरे समुद्र तट, पशु प्रेमियों के लिए विदेशी वन्यजीवन, अवकाश तलाशने वालों के लिए शांत बैकवाटर और शरीर, दिमाग और आत्मा के कायाकल्प के लिए आयुर्वेद मालिश और योग को आराम देने के लिए सब कुछ है। आगंतुक कुछ भी समझौता किए बिना अपनी प्राथमिकताओं के आधार पर केरल में अपनी छुट्टियों को अनुकूलित कर सकते हैं।
उन पर्यटकों के लिए जो सूरज के नीचे आराम से अपने दिन बिताना चाहते हैं, उनके आगे समुद्र के छिड़काव को देखना चाहते हैं वो केरल में कोवलम जा सकते हैं। आगंतुकों के लिए, जो केरल के शांत बैकवाटर पर शांत नाव की सवारी करना चाहते हैं, वे वेम्बानाद, अलापुजा और थेककाडी जा सकते हैं।
वन्यजीव उत्साही लोगों के लिए, पेरियार टाइगर रिजर्व, कुमारकॉम पक्षी अभयारण्य और साइलेंट वैली नेशनल पार्क है, जो शेर-पूंछ वाले मैकक की बड़ी संख्या के लिए जाना जाता है। प्रकृति प्रेमियों केरल के कन्नूर और कोझिकोड जिलों के बीच स्थित वायनाड जा सकते हैं। यह शानदार पुरातात्विक स्थलों, चाय बागानों और घने जंगल के साथ अपने पन्ना परिदृश्य के लिए जाना जाता है। केरल में आप किसी भी मौसम मे जाकर आनंद ले सकते हैं।
अंडमान द्वीप समूह
भारत का सबसे सुंदर अंडमान निकोबार द्वीप समूह सर्दियों के मौसम में गोवा से पूरी तरह से विपरित है। गोवा एक उर्जावान वातावरण के साथ जीवंत है, अंडमान उन लोगों के लिए एकदम सही और परिपूर्ण है जो अपने प्रियजनों के साथ कुछ शांत समय बिताना चाहते हैं। यहं आपको गोवा की तरह शोर-शराबा नहीं मिलेगा। आप शांतिपूर्ण होकर अपने साथी का हाथ थाम चल सकते हैं। यहां पर शांत और शांतिपूर्ण माहौल पर्यटकों के बहुमत को आकर्षित करता है, विशेष रूप से जो लोग प्रकृति से घिरे होकर और विश्राम की तलाश में हैं उन्हें अंडमान बहुत भाता है।
अंडमान निकोबार की सबसे अच्छी बात यही है कि यहां तापमान पूरे साल अच्छा होता है और तापमान में परिवर्तन बेहद कम होता है। उष्णकटिबंधीय द्वीप होने के कारण अंडमान और निकोबार में ज्यादा सर्दी नहीं पड़ती है।
उष्णकटिबंधीय जंगलों से घिरा हुआ और नारियल और ताड़ के पेड़ के साथ ढके हुए, अंडमान द्वीप समूह अपने आगंतुकों के लिए मील की दूरी पर प्राचीन समुद्र तटों की पेशकश करता है। यहां पर पाए गए विदेशी समुद्री जीवन का आनंद लेने और अन्वेषण करने के लिए शीतकालीन महीनों भी सबसे अच्छे महीने हैं। यहां के समुद्र अन्य जगहों से साफ और सुंदर होते हैं।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के द्वीप राज्य के पर्यटन को मजबूती देते हैं। खूबसूरत द्वीपों में जॉली बॉय, हैवलॉक, क्लिन्क, चंथम, वाइपर, रोज, बारेन और रेड स्किन शामिल हैं। जहां प्राचीन काल में बनी जेलें, एक सक्रिय ज्वालामुखी, मध्ययुगीन आरा मिल, बहुरंगी मूंगे और कई अन्य पर्यटन स्थल हैं। यहां के समुद्री तट अपने प्राचीन विस्तार और सुनहरी रेत की वजह से मनमोहक बन गए हैं। यह समुद्री तट सभी क्लेशों से आपके दिमाग को मुक्त और आत्मा को तरोताजा करने की ताकत रखते हैं। इनमें सबसे प्रमुख हैं- राधानगर, करमातंग, रामनगर, हरमिंदर बे और कार्बिन्ज कोव टूरिज्म कॉम्पलेक्स।
उन लोगों के लिए जो पानी के खेलो से प्यार करते हैं, अंडमान द्वीपसमूह सर्दियों के दौरान यात्रा करने के लिए सबसे अच्छी जगह है। स्कूबा डाइविंग और स्नॉर्कलिंग से हैवेलॉक द्वीप पर हाथियों के साथ तैरने के लिए, अंडमान में यह सब है। इसके अलावा, कई लक्जरी और बजट होटल हैं, जो आगंतुकों को असली अंडमान अनुभव प्रदान करते हैं। चिड़िया टापू, माउंट हैरियट और कॉर्बिन्ज कोव टूरिज्म कॉम्प्लेक्स जैसे पिकनिक स्पॉट्स हैं, जो आपको शांति देने के आनंददायक स्थान मुहैया कराते हैं। आपकी जिंदगी के खुशनुमा और मजेदार पल आपको देते हैं। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पर्यटन में संग्रहालयों और स्मारकों का भी महत्वपूर्ण योगदान है। नामी संग्रहालयों में वन संग्रहालय, नौसेना का समुद्रीय संग्रहालय समुद्रिका, राष्ट्रीय संग्रहालय और एंथ्रपोलॉजिकल म्यूजियम शामिल है। दूसरी ओर, सेलुलर जेल और वाइपर आइलैंड के फांसी के तख्ते को देखने भी सैकड़ों पर्यटक वहां पहुंचते हैं।
अंडमान द्वीप समूह में देश के कुछ सबसे प्राचीन समुद्र तट हैं। इसके अलावा, यहां पर उष्णकटिबंधीय जलवायु इसे देखने के लिए सबसे आदर्श स्थानों में से एक बनाती है, खासकर यदि आप उत्तर में ठंडी सर्दियों से बचना चाहते हैं तो आप अंडमान आकर एक शानदार शांत समय व्यतीत कर सकते हैं। एक ऐसा अवकाश जो सुकून और शांति से भरा हो, आम तौर पर लोगों की ख़ास पसंद होता है। कुछ ऐसा ही अनुभव करना हो तो अंडमान की सैर आप जरुर करें। कल्चर को नजदीक से जानने के लिए इससे अच्छी जगह और कोई नहीं हो सकती। सर्दियों का समय इस जगह से समुद्री दुनिया को देखने का सबसे सही समय है।
हिमाचल प्रदेश - शिमला, मनाली, धर्मशाला और मैक्लॉडगंज
ईश्वर से आर्शीवादित हिमाचल प्रदेश में शिमला और मनाली भारत के सबसे लोकप्रिय पहाड़ी स्टेशन हैं। वे बड़े शहरों और मनोरंजन विकल्पों की एक विस्तृत विविधता के निकट होने के लिए जाने जाते हैं। दोनों दिसंबर के मध्य में उच्च मात्रा में स्नो फॉल के लिए जाने जाते हैं। सर्दियों के मौसम में यहां का नजारा अद्भुद होता है। बर्फ की सफेद चादर से ढके पहाड़ होकर इसका दिवाना बना देगें। भारत में यह लोकप्रिय शीतकालीन गंतव्य बना गए है।
शिमला का नाम हमेशा से ही भारत की सबसे ख़ूबसूरत जगहों में से एक रहा है। अगर आप अपने साथी या हमसफ़र के साथ बर्फ़ के बीचोंबीच यादगार पल बिताना चाहते हैं, तो आप शिमला ज़रूर आएं। यहां से बर्फ़ से ढकी चोटियां और बहुत ही मनोहारी प्राकृतिक छटा के कारण शिमला आज भी सैलानियों की पहली पसंद है। सर्दियों के महीनों में आप शिमला का आनंद अपने साथियों, दोस्तों, परिवार और यहां तक कि अकेले भी ले सकते हैं। ये स्कीइंग करने के लिहाज़ से भी कमाल की जगह है।
जबकि कुल्लू घाटी के प्रमुख पर्यटक स्थल मनाली में आकर हर कोई अपने आपको स्वर्ग में पाता है। पहाड़ों और देवदार के पेड़ प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों को काफी लुभाती है। मनाली को रंगबिरंगे फूलों की घाटी भी कहा जाता है। बर्फ गिरने के कारण दिसंबर के महीने में यहां हरियाली दूर-दूर तक देखने को नहीं मिलती। पहाड़ों, पेड़ों और घरों पर बर्फ की सफेद चादर फैली होती है। आप एडवेंचर के शौकीन हैं तो ट्रैकिंग, माउंटेनियरिंग, स्कीइंग, पैरा ग्लाइडिंग आदि का मजा ले सकते हैं। मनाली में बर्फबारी की खूबसूरत नजारा देखने के लिए सैलानियों की भीड़ दिसंबर में बढ़ने लगती है।
मनाली अपने स्कीइंग अभियान, पाइन पेड़, नदी बीस, ट्रेकिंग, पर्वतारोहण और अन्य साहसिक खेल और हिमालय के शानदार दृश्य के लिए अधिक प्रसिद्ध है, शिमला अपने कई खूबसूरत पर्यटन स्थलों, शॉपिंग के लिए मॉल रोड और छोटे कैफे के साथ अधिक वाणिज्यिक है। हालांकि, दोनों दिल्ली और चंडीगढ़ से आसानी से सुलभ हैं और समान रूप से आकर्षक और मज़ेदार हैं।
यदि आप एक शांत शीतकालीन अवकाश की तलाश में हैं तो धर्मशाला और मैक्लॉडगंज आपके लिए आदर्श जगह हैं। दौलाधर रेंज में स्थित, धर्मशाला को दलाई लामा के गृहनगर के रूप में भी जाना जाता है। दूसरी ओर मैक्लॉडगंज धर्मशाला से कुछ किलोमीटर दूर स्थित है और यह एक पूरी तरह से अलग अनुभव है। तिब्बती और बौद्ध संस्कृति से काफी प्रभावित, इन दो बहन पहाड़ी स्टेशनों को सर्दियों के दौरान जाना चाहिए। वे छुट्टियों और स्वयंसेवकों दोनों के लिए विदेशियों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं।
जैसे ही आप मैक्लॉडगंज में प्रवेश करते हैं, आप पर्यावरण में एक पूर्ण परिवर्तन महसूस करेंगे। हिमाचल प्रदेश के अन्य पहाड़ी स्टेशनों की तुलना में भीड़, मौसम, वातावरण और संस्कृति बहुत अलग है। बर्फ से ढके हुए पहाड़ों, शांतिपूर्ण मठ, शांत झीलों और चुनौतीपूर्ण ट्रेकिंग ट्रेल्स से घिरा, धर्मशाला और मैक्लॉडगंज भारत के कुछ ऐसे स्थान हैं जहां अभी तक व्यावसायीकरण से अनछुआ है। यहां आप अपने साथी संग एकांत समय व्यतीत कर सकते हैं।
प्रकृति के निकट होने के लिए पर्यटक धर्मकोट या नंदी में रह सकते हैं। वैकल्पिक रूप से, कोई भी रात भर शिविर के लिए धर्मशाला से ट्रायंड तक जा सकता है और हिमाचल प्रदेश में सूर्योदय के लुभावनी दृश्य को देख सकता है। यह वास्तव में एक यादगार अनुभव होगा।
उत्तराखंड - औली, मसूरी और नैनीताल
देवताओं का घर कहे जाने वाले उत्तराखंड में प्रकृति से जुड़े कई स्थल है जहां आप सर्दियों का शानदार अनुभव कर सकते हैं। इस सर्दी में यदि आप हाथी की सवारी में अधिक रुचि रखते हैं, जंगल सफारी और बाघ स्पॉटिंग तो उत्तराखंड आपके लिए जगह है। सबसे पुराने राष्ट्रीय उद्यान के रुप में विख्यात जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में आप जा सकते है। उत्तराखंड मंदिर, झीलों, नदियों और सुंदर परिदृश्य से भरा भूमि है। हालांकि ग्रीष्मकाल भी इस राज्य की यात्रा के लिए एक अच्छा समय है, सर्दियों अपने आगंतुकों को एक पूरी तरह से अलग अनुभव प्रदान करता हैं।भारत के सभी अन्य पहाड़ी स्टेशनों की तरह, मसूरी, नैनीताल और औली सर्दियों के महीनों के दौरान बर्फबारी की उच्च मात्रा प्राप्त करते हैं। देहरादून से सिर्फ एक घंटे की दूरी पर स्थित, मसूरी पर्यटकों के बीच एक सर्दी गंतव्य के रूप में बहुत लोकप्रिय है। दिसंबर के महीने के दौरान बर्फ की एक मोटी कंबल में शामिल, मसूरी बर्फ से ढके हिमालय और दून घाटी के चमकदार दृश्य पेश करता है।
अक्टूबर से जनवरी तक, 'द विंटर लाइन' नामक एक दिलचस्प घटना यहां होती है, जहां प्रत्येक सूर्यास्त लाल, नारंगी, बैंगनी और पीले रंग के भीड़ के साथ होता है। पृथ्वी पर एकमात्र अन्य जगह जहां यह घटना होती है वो स्विट्जरलैंड है।
हिमालय की गोद में बसा नैनीताल समुद्र तल से तकरीबन 2000 मीटर की ऊंचाई पर है। इस ऊंचाई के कारण ही यहां का तापमान सालभर लगभग थोड़ा ठंडा ही रहता है। अगर आप बर्फ़ से ढकी चोटियां देखना चाहते हैं और सर्दियों का सुखद अनुभव करना चाहते हैं तो नैनीताल एक बेमिसाल जगह है। यहां की गलियों में भीड़ कम होती है और यहां का वातावरण अन्य पहाड़ी इलाक़ों की तरह ही प्यारा है।
गुलमर्ग
धरती का स्वर्ग कश्मीर को यूंही नहीं कहा जाता। यदि आपको भारी बर्फबारी, गर्म चॉकलेट और बोनफायर पसंद हैं, तो गुलमर्ग शायद आपके लिए सबसे अच्छे सर्दियों के स्थलों में से एक है। श्रीनगर से 56 किलोमीटर दूर स्थित गुलमर्ग हिमालयी सीमा में कुछ सबसे भारी बर्फबारी प्राप्त करने वाला स्थान है। यही कारण है कि इसे देश में सबसे अच्छी स्की रिज़ॉर्ट के रूप में नामित किया गया है जिसमें गुलमर्ग गोंडोला नामक एशिया की उच्चतम केबल कार समेत बड़ी सुविधाएं हैं। यह दोनों शुरुआती और अनुभव स्कीयर के लिए एक उत्कृष्ट स्की अनुभव प्रदान करता है।
धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले गुलमर्ग में तो पारा शून्य से 15 डिग्री से नीचे तक चला जाता है। ऐसे मौसम में भी यहां बड़ी संख्या में लोग बर्फ बारी का आनंद लेने पहुंचते हैं। सर्दी के मौसम में गुलमर्ग स्कीईंग करने वालों की भी पहली पसंद बन जाता है। धरती पर चादर की तरब फैली बर्फ मन का आकर्षित करती है। भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर स्थित गुलमर्ग श्रीनगर से 57 कि.मी. की दूरी पर है। गुलमर्ग का मतलब फूलों का वन होता है।
सर्दियों में इस जगह की खूबसूरती और बढ़ जाती है लेकिन यहां मई से सितंबर के बीच भी जा सकते हैं। गुलमर्ग में एक बहुत ही खूबसूरत गोल्फ कोर्स है। ये गोल्फ कोर्स 1500 यार्ड में फेला है। इसका उद्घाटन सन् 2011 में उमर अब्दुल्ला द्वारा किया गया था। यहां जाने के लिए कई साधन आपको मिल जाएंगे। यहां पर आप अल्फा थर झील पर ट्रैकिंग कर सकते हैं। ये झील आधे साल जमीं ही रहती है। यह गुलमर्ग से 13 किमी की दूरी पर है। झील के अलावा, यहां पर सैलानियों के लिए 'खिलन-मार्ग' एक मुख्य आकर्षण का केंद्र है।
हालांकि, अगर आपकी रुचि स्कीइंग में नहीं हैं, तो चिंता न करें, गुलमर्ग के पास आपको पेश करने के लिए बहुत कुछ है। गुलमर्ग बायोस्फीयर रिजर्व, बाबा रेशी मंदिर और अल्पादर की जमे हुए अल्पाइन झील को विश्व के उच्चतम गोल्फ कोर्स में मनोरंजक पर्यटन स्थलों से, गुलमर्ग वास्तव में भारत में एक आदर्श शीतकालीन गंतव्य है। गुलमर्ग में कई तरह के मिड्रेंज और लक्जरी होटल के साथ राज्य के स्वामित्व वाले कॉटेज और झोपड़ियों समेत अपने पर्यटकों के लिए कई प्रकार के आवास विकल्प हैं। कश्मीर में सर्दियों के दौरान यात्रा करने वाले अन्य लोकप्रिय स्थान पहलगाम, श्रीनगर और सोनामार्ग हैं। आप यहां सर्दियों में आकर अपनी छुट्टियों को आनंदपूर्ण बना सकते हैं।
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