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भारत के समुद्री तट

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भारत के समुद्री तट

भारत के समुद्री तट

भारत सांस्कृतिक और भौगोलिक रुप से एक संपन्न देश है। यहां की संस्कृति, सभ्यता इसे एक आदर्श देश बनाती है लेकिन वहीं भारत की भौगोलिक स्थिति इसे अन्य देशो से समृद्ध बनाती है। भारत भोगिलक दृष्टि से एक संपन्न देश है यहां विशाल प्राचीन पहाड़ एवं पर्वत हैं, तो वहीं रेगिस्तान भी है। यहां हरे-भरे जंगल और जीव-जन्तु हैं तो वहीं नदियों और झीलों की सुंदरता है। लेकिन इसके साथ ही भारत एक प्रायद्वीप भी है जो तीनों और से विशाल, सुंदर समुद्रों से घिरा हुआ हैं। भारत की सुंदरता में चार चांद लगाते यह समुद्री तट किसी का भी मन मोह लेने का दम रखते हैं। भारत की सुंदरता और विशालता के गवाह ये समुद्री तट हैं जो नीले समुद्र के सामने सुनहरी चमकती रेत पर बलखाती लहरो के साथ एक अनुपम दृश्य प्रदान करते हैं। समुद्र तटों से उगते और डूबते सूर्य का अद्भुद नजारा केवल भारत मे ही आपको देखने को मिलता है। भारत के समुद्री तट भारत का गौरव भी है जहां प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में सैलानी आते हैं और इन समुद्री तटों की खूबसूरती में खो जाते हैं। भारत के यह समुद्री तट भारत की गरिमामय प्रस्तुति करते हैं।

भारत तीन तरफ से समुद्र से घिरा विशाल प्रायद्वीप है और इसका समुद्र तट लम्बा  है जो 7500 किलोमीटर से अधिक फैला हुआ है। भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जहां समुद्र की हजारों किलोमीटर की तट रेखा है। यहां पूर्व में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर और दक्षिण में हिन्दम महासागर है। पूर्व से पश्चिम तक फैली सबसे लंबी तट रेखा के चलते, भारत में समुद्र तटों की एक अच्छी संख्या है, प्रत्येक। समुद्री लहरें अपने विभिन्न प्रकारों के आधार पर सफेद, सुनहरे एवं भूरे रंग के रेत पर खूबसूरती से अपने निशान को छोड़कर समुद्र तट को धोती हैं। समुद्र तट गंतव्य आज पर्यटकों के आकर्षण का एक प्रमुख स्रोत के रूप में कार्य कर रहे हैं। भारतीय उपमाहद्वीप के नाले पानी में यात्रा करना स्म्रणीय अनुभव होता है। अधिकांश तटीय राज्योंप में नियमित सरकारी जहाज उपलब्धज हैं। समुद्री यात्रा का उपयोग अधिकांशत: अरब सागर में लक्षद्वीप पहुँचने और बंगाल की खाड़ी से अण्ड:मान और निकोबार द्वीप समूह तक पहुँचने में किया जाता है। ये दोनों द्वीप समूह भारतीय उपमहाद्वीप के हिस्से  हैं और वे हवाई मार्ग से भी अच्छीप तरह जुड़े हुए हैं। भारतीय समुद्री तट ना केवल आपको खूबसूरत नजारे प्रदान करते हैं अपितु यह तट आपको जल क्रीड़ा की कई गतिविधियों को भी उपलब्ध करवाते हैं। आप यहां समुद्री कछुओं, जेली मछलियों, डगोंग और रंगीन मछलियों को देखने और साथ तैरने का आनंद ले सकते हैं। भारत में अंडमान निकोबार, गोवा, लक्षदीप, केरला, कर्नाटक इत्यादि जैसी कई समुद्री स्थल हैं जहां एक से बढ़कर एक रोमाचंकारी खेल खेले जाते हैं। स्कूबा डाइविंग, स्नॉर्कलिंग आदि जैसे साहसी गतिविधियों के बारे में सोच कर ही हमारा रोम-रोम खिल उठता है। यदि आप अपने एड्रेनालाईन हार्मोन कोपम्पिंग पसंद करते हैं, तो यह समुद्री तट स्कूबा डाइविंग के लिए ये अद्भुत स्थान है। आप अकेले हों या आपने साथी, अपने दोस्त एवं परिवार के साथ हो भारत के यह समुद्री तट आपको हर चीज मुहैया करवाते हैं। 9 भारतीय राज्य और 3 संघ राज्य क्षेत्र तटीय भागों में स्थित हैं। आंध्र प्रदेश, गोवा, गुजरात, केरल,कर्नाटक,महाराष्ट्र,ओडिशा और तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह,दमन और द्वीप एवं लक्षद्वीप समूह की सीमा समुद्र तट से घिरी हुई है। भारत के समुद्र तटों से समुद्र और सूर्य को निहारना बहुत ही रोमांचक और आध्यात्मिक अनुभव होता है। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको भारत के मशहूर समुद्री तटों की यात्रा पर ले चलते हैं जो प्राकृतिक छटा से रूबरू कराते हुए आपको सृष्टि के अनमोल रचना को निहारने का सुखद अनुभव प्रदान करेंगी।


भारत के शीर्ष समुद्री तट

भारत में बंगाल की खाड़ी, हिंद महासागर और अरब सागर से पूर्व में दक्षिण से पश्चिम तक 7,000 किमी से अधिक की दूरी पर फैली एक आश्चर्यजनक तट रेखा है। यह अद्भुद तटरेखा कुछ शानदार प्राकृतिक सौन्द्रय को स्वंय में समाहित किए हुए हैं। ये समुद्र तट आपको अपने अनोखे और खूबसूरत फूलों और जीवों के साथ उत्साही समुद्र-दुनिया का पता लगाने की एक शानदार यात्रा देते हैं। भारत में समुद्र तटों में से कुछ ऐसे हैं जिन्हें जीवन में कम से कम एक बार अवश्य देखना चाहेंगें। सनुहरी रेत, बलखाती लहरें, हरे भरे पेड़-पौंधे और विशाल समुद्र आपका इंतजार कर रहा है तो आइए जानते है भारत के इन्हीं सुंदर समुद्री तटों के बारे में-


केरल में कोवलम समुद्री तट

भारत के समुद्री तट

केरल में स्थित कोवलम समुद्री तट चेन्नई से 40 किलोमिटर दूर महाबलीपुरम के रास्ते पर एक गाँव है जो कोवेलोंग नाम से जाना जाता है। मालाबार तट के साथ चल रहे कोवलम तट में सफेद रेतीले समुद्र तट का लंबा हिस्सा है और यह केरल के सबसे लोकप्रिय समुद्री समुद्र तटों में से एक है। तिरुवनंतपुरम से 16 किमी की दूरी पर स्थित कोवलम में वास्तव में चट्टानी परिदृश्य से अलग 3 समुद्र तट हैं। लाइटहाउस तट, हावा तट और समुद्र तट जो कोवलम को समुद्री तट का केन्द्र बनाते हैं। इस तट पर आयुर्वेदिक मालिश केंद्र, लकड़ी से बने बेड़े की सवारी और ख्ररीददारी करने के लिए दुकानें भी बनाई गई हैं। यहां का शांत पानी तैराकी के लिए आदर्श माना जाता है। यहां जाने का सबसे अच्छा समय सितंबर से मार्च तक माना जाता है।


केरल में वर्कला समुद्री तट

भारत के समुद्री तट

एलेप्पी और कोवलम के तट स्थित, वर्कला भारत के प्रमुख समुद्र तटों में से एक है। यहां की फोटोग्राफी का आदर्श स्थल चट्टान की घुमावदार खिंचाव और सूरज की सुंदरता आपकी सांसें थाम देगी। यह तिरुवनंतपुरम से 50 जबकि कोल्लम से 37 किलोमीटर की दूरी पर है। वरकला अपने कई आयुर्वेदिक मसाज और थेरपी केन्द्रों के कारण तेजी से एक लोकप्रिय आरोग्य केंद्र के रूप में प्रसिद्ध हो रहा है। इसकी सहायता से यहां आप अपनी कई दिनों की थकान को भी दूर कर सकते हैं।


गोवा में पालोलेम समुद्री तट

भारत के समुद्री तट

यदि आप डॉल्फ़िन की खोज रहे हैं, तो गोवा का पालोलेम तट भारत के सबसे अच्छे स्थानों में से एक है जहां आपकी डॉल्फिन को देखने की इच्छा पूर्ण हो सकती है। यह समुद्री किनारा दक्षिणी गोवा में स्थित है। यह राजधानी पणजी से 76 किलोमीटर दूर है। इस तट के किनारों पर नारियल के पेड़ लगे हैं जो दुनिया के भर के पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करते हैं। पालोलेम तट मारमा गोवा से 37 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसको स्व र्ग के समान तट कहा जाता है और यह लगभग 1 मील लंबा तट है। इस स्थान पर अर्ध चंद्र के आकार में सफ़ेद रेत फैली हुई है। गोवा का यह सबसे खूबसूरत और सुरम्य समुद्र तट, पालोलेम तट नारियल के हथेलियों के मोटे जंगल से ढका हुआ है।


उत्तरी गोवा में बागा समुद्री तट

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बागा तट सबसे लोकप्रिय है और आमतौर पर भीड़-भाड़ वाला तट है। बागा तट उत्तरी गोवा में स्थित है। यह गोवा की राजधानी पणजी से 16 किलोमीटर दूर है। लोग यहां सभी तरह के पानी के खेल का आनंद लेते हैं - पैरासेलिंग और विंडसर्फिंग, स्कूबा डाइविंग इत्यादि। बागा तट अपनी भूरी रेत और पाम के पेड़ों से पर्यटकों को आकर्षित करता है जो पानी के किनारे काफ़ी नज़दीक आ जाते हैं।
इसके साथ ही यह कई लोगो के लिए सूरज के नीचे रेत के बिस्तर पर लेट सूर्य की किरणो का आनंद लेने का स्थल इस तट को मछली पकड़ने, धूप में लेटने और पैडल बोट के लिए आदर्श तट माना जाता है। इतना ही नहीं बागा तट पार्टी, नाइटलाइफ और सी फूड के लिए जाना जाता है। इसके पास अच्छे रेस्टॉरेंट और होटल हैं। यह तट अपनी भूरी रेत और पाम पेड़ों से पर्यटकों को आकर्षित करता है।


उत्तर गोवा में कैलंगूट समुद्री तट

भारत के समुद्री तट

बागा तट से कुछ किलोमीटर की दूरी पर, कैलंगूट तट है, जो कि अभी तक एक और शीर्ष समुद्री तट है। जहां अमूमन भीड़ बनी रहती है। खासकर गोवा कार्निवल के समय यहां अच्छी संख्या में पर्यटक आते हैं। इसके साथ ही यह डॉल्फिन के लिए भी जाना जाता है। यहां कई तरह के जल क्रीड़ा भी आयोजित किए जाते हैं। गोवा के कैलंगूट तट को समुद्र तटों की रानी के रूप में जाना जाता है।


ओडिशा में पुरी तट

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यह समुद्र तट पुरी मंदिर यानि भगवान जगन्नाथ मंदिर के बहुत करीब है। भगवान जगन्नाथ लोगों के तट बहुत सम्मानित और आस्था के केन्द्र है जउन्हें हिन्दू धर्म अनुसार चार धामों में से एक माना जाता है जिसके कारण पुरी का तट एक धार्मिक महत्व भी रखता है। कई भक्तों का मानना है कि सांसारिक मोह त्यागने से पहले यहां डूबकी लगाना बहुत आवश्यक है। तीर्थयात्री समुद्र में स्नान करने के लिए आते हैं। पुरी तट पर सूर्यास्त के समय का नजारा बहुत आकर्षक होता है। भगवान जगन्नाथ की यात्रा के दौरान इस तट पर बहुत भीड़ होती है।


अंडमान द्वीप समूह में राधानगर तट

भारत के समुद्री तट

टाइम्स पत्रिका द्वारा अंडमान में हैवेलॉक द्वीप के इस छिपे हुए और निर्विवाद समुद्र तट को एशिया के सबसे खूबसूरत समुद्र तटों के रूप में अव्वल स्थान दिया गया था। यह समुद्री किनारा अंडमान निकोबार में स्थित है। यहां हर मौसम में जाया जा सकता है। इसके सफेद रेत है और नीले पानी सिर्फ एक दृष्टि में सभी दिल जीत जाते हैं। सुरक्षा कारणों की वजह से यहां पानी के खेलों की अनुमति नही गई है। किन्तु फिर भी आप इसकी लहरो के साथ खेल सकते हैं। यह समुद्री तट बहुत साफ है। राधानगर तट के पवित्र, अछूते तट अत्यंत सुंदर हैं और सभी प्रकृति प्रेमियों एवं उत्साही व्यक्तियों के लिए आकर्षण का केन्द्र हैं। राधानगर तट पर उजली रेत, लम्बे पेड़ और सामने से लगातार आती समुद्र की लहरें ऐसा सम्मिश्रण बनाते हैं कि आप उसमें डूबे बिना नहीं रह सकते। राधानगर तट पर कैम्पिंग सुविधा भी उपलब्ध है। यह एक आदर्श अवकाश स्थल हैं।


गोवा में कैंडोलिम तट

भारत के समुद्री तट

इस समुद्र तट में समुद्र तट-प्रेमियों के लिए सब कुछ है - सफेद रेत, क्रिस्टल पानी, रोमांचकारियों के लिए पानी के खेल ध्यान और योग के लिए शांतिपूर्ण माहौल; सभी खाद्य पदार्थों के लिए सीफ़ूड सहित सुन्दर भोजन, एक चर्च, हर पर्यटक के लिए एक लाइटहाउस, होटल, रेस्तरां और सुंदर दृश्य यहां सब कुछ आपको मिलेगा। कैंडोलिम तट उत्तरी गोवा में स्थित है। कैंडोलिम पणजी से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह तट गोवा के सबसे लंबे बीचों में से एक है। कैंडोलिम इलाका गोवा के सबसे प्रसिद्ध तट कैलंगूट तट के पास स्थित है। कैंडोलिम तट शांतिपूर्ण वातावरण के लिए जाना जाता है। कैलंगूट तट का हर चीज से संपन्न होना ही इसे अपने आप में खास और पर्यटकों की पहली पंसद बनाता है।


रामेश्वरम में धनुष्कोदी तट

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रामेश्वरम में स्थित धनुषकोटि में यद्यपि पर्यटकों के लिए देखने के लिए बहुत कुछ नहीं है, फिर भी यह प्रकृति के सुंदर स्थलों के कारण एक सुंदर समुद्र तट है, जो यहां सभी आगंतुकों को प्रदान करता है। आप यहां भारतीय महासागर के गहरे और उथले पानी को बंगाल की खाड़ी के छिछले और शांत पानी से मिलते हुए देख सकते हैं। क्योंकि समुद यहां छिछला है, तो आप बंगाल की खाड़ी में जा सकते हैं और रंगीन मूंगों, मछलियों, समुद्री शैवाल, स्टार मछलियों और समुद्र ककड़ी आदि को देख सकते हैं। यह पौराणिक कथाओं में रुचि रखने वालों के लिए एक महान जगह के रूप में कार्य करता है क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि यह वह बिंदु है जहां से भगवान राम ने हनुमान और लक्ष्मण के साथ लंका पहुंचने के लिए सेतु का निर्माण शुरू किया था। खोजकर्ताओं के लिए, 1964 में आए चक्रवात ने इसे पूरी तरह खत्म कर दिया था वरना इससे पहले यहां पूरा शहर बसता था। लेकिन अब यह समुद्री तट भूतहा तटों में भी गिना जाता है।


महाराष्ट्र में गणपतिफुले तट

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कोकण तट के एक हिस्से के रूप में, गणपतिपुले समुद्र तट स्वयंभू अवतार और प्राकृतिक वनस्पति में भगवान गणेश के मंदिर की सुंदर जगहें प्रस्तुत करता है। मुबई से लगभग 375 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गणपतिपुले के समुद्र तट पर सफेद, चांदी सी रेत है। महाराष्ट्र के अन्य बीचों से अलग इस तट में ज़्यादा भीड़ नहीं होती इसलिए आप यहाँ आकर अपने मनःशांति का भरपूर मज़ा ले सकते हैं। इस तट को मुख्यतः कायाकिंग खेल के लिए जाना जाता है। यहां आपको बड़ी मात्रा में लबें हरे नारियल के पेड़ देखने को मिलेंगें।


दक्षिण गोवा में कोल्वा तट

भारत के समुद्री तट

कोल्वा तट दक्षिण गोवा का सबसे पुराना और सबसे जीवंत समुद्र तट माना जाता है। यह तट गोवा के सबसे खूबसूरत और लंबे बीचों में से एक हैं। यहां का माहौल काफी शांतिपूर्ण है।।यह एक बार मागाओ के उच्च समाज के लोगों के लिए आराम बिंदु माना जाता था। आज, यह सभी तरह की पार्टियों के लिए उपयुक्त तट माना जाता है। यहां कई तरह की पार्टियां आयोजित की जाती है जो युवाओं में विशेष लोकप्रिय है। 24कि।मी। लंबा कोलवा तट, दुनिया के सबसे लंबे बीचों में से एक है। जहाँ दक्षिणी गोवा में पार्टियों और नाईट कल्चर का चलन नहीं है, वहीं, यहाँ कुछ अच्छे रेस्टोरेंट और होटल हैं। कोलवा कुछ प्रसिद्ध होटल शृंख्लाओं और इमारतों के पास है।

केरल का मारारी तट

भारत के समुद्री तट

केरल भगवान का राज्य कहा जाता है जिसे प्रकृति ने पूरी तरह संपन्न बनाया है। यह समुद्र तटों से घिरा हुआ हैं। मारारी तट एलेप्पी जिले में, कोच्चि से एलेप्पी के रास्ते पर स्थित है। यह एलेप्पी या कोच्चि का भ्रमण करने के लिए एक बेहतरीन जगह है, आप यहाँ डे क्रूज़ द्वारा कोचीन के दौरे का विकल्प चुन सकते हैं। आप यहाँ केरल के पारंपरिक मछली पकड़ने का अनुभव भी पा सकते हैं। मारारी समुद्र तट के किनारे रेत और नारियल के पेड़ों का एक अलग ही नज़ारा होता है, जहां आप स्थानीय आकर्षण और पारंपरिक केरल के आतिथ्य को अनुभव कर सकते हैं। मारारी तट परिवार के लिए केरल के सर्वश्रेष्ठ समुद्र तट में से एक है। जो लोग आराम करना चाहते हैं और स्वच्छ पानी के का आनंद लेना चाहते हैं उन्हें मरारी तट अवश्य आना चाहिए। एक तरफ समृद्ध वनस्पति और दूसरी ओर क्रिस्टल साफ़ पानी, माँ प्रकृति की आरामदायक गोद की तरह दिखता है जो मन, शरीर और आत्मा से जीवन के सभी सांसारिक तनाव को धो देती है।


विशाखापत्तनम में रामकृष्ण तट

भारत के समुद्री तट

विशाखापत्तनम का रामकृष्ण तट पूर्वी समुद्री तट पर स्थित है। यह तट अपने सूर्योदय और लाल सूर्यास्त के लिए जाना जाता है। रामकृष्ण तट और इसका जुड़वां लॉसन तट प्राकृतिक परिवेश के रूप में शानदार प्राकृतिक सुंदरता प्रदान करता है। प्रारंभिक रूप से आरके तट के रूप में भी जाना जाता था। इस अद्भुत समुद्र तट को मुख्य शहर से केवल 5 किमी दूर करके पहुंचा जा सकता है। रामकृष्ण तट में समुद्र के सामने का विस्तार सबसे बड़ा है। इस तट के पास ही कई अन्य पर्यटक स्थल भी हैं जैसे कि काली मंदिर, वदु पार्क, सबमरीन संग्रहालय, मत्स्यदर्शिनी और 1971 में हुए भारत-पाक युद्ध के सैनिकों को समर्पित वार मेमोरियल। यह तट कई प्रकार के वाटर स्पोर्ट्स खेलने का अवसर भी प्रदान करता है जैसे कि आप यहाँ हवा और पानी पर सर्फिंग कर सकते हैं और पारंपरिक नावों पर गहरे समुद्र में एन्गलिंग भी कर सकते हैं।


भारत के विभिन्न राज्यों के समुद्री तट

भारत में कई तटीय राज्य हैं। प्रत्येक राज्य की तटरेखा एक सुंदर समुद्री तट प्रदान करती है। जिनमें से कुछ स्पष्ट रूप से राज्य के हिस्से के रूप में पहचाने जाते हैं। कुछ समुद्र तटों का व्यावसायीकरण किया जाता है जबकि उनमें से कुछ अभी भी खोजे जा रहे हैं। इन समुद्र तटों की सुंदरता दुनिया के विभिन्न हिस्सों से पर्यटकों को बहुत आकर्षित कर रही है। भारत के प्रमुख राज्यो के कुछ प्रमुख समुद्री तटों की जानकारी नीचे दी गई है।



केरल के समुद्र तट

प्रकृति का अनमोल तोहफा केरल को ही प्राप्त है। केरल को भगवान की संतान भी कहा जाता है क्योंकि प्रकृति ने इसे पूर्ण रुप से संपन्न बनाया है। केरल तटरेखा अलग-अलग समुद्र तटों के साथ 580 किलोमीटर तक फैली हुई है। यहां के समुद्री तट प्राकृतिक हरियाली और सुंदरता से भरे हुए हैं। केरल वास्तव में बैकवाटर, समुद्र तटों और नारियल के पेड़ों के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। केरल में रोमांटिक समुद्र तटों की कमी नहीं है। यहां रोमांचकारी प्रेमियो के लिए भी जल क्रीडा करने के कई समुद्री तट उपलब्ध है। इन समुद्र तटों पर मौजूद खजूर के पेड़, छतरियां और कॉकटेल को देखना आपमें एक अलग क्रांति का संचार करेगा। केरल मेंआलप्पुषा तट, चावक्कड़ समुद्र तट, चेरी तट, किला कोच्चि समुद्र तट, कप्पा समुद्र तट, कप्पड़वडू समुद्र तट, कोल्लम तट, कोवलम तट, मारारी तट, मीनकुन्नु समुद्र तट, मुजप्पिलांग समुद्र तट, स्नेहाथीराम समुद्र तट, थेकुम्भगम समुद्र तट, थिरुमुल्लावारम समुद्र तट और वर्कला इत्यादि कई समुद्री तट है।


आलप्पुषा तट

केरल के समुद्र तट

आलप्पुषा तट को 'वेनिस ऑफ द ईस्ट' के रूप में भी जाना जाता है, आलप्पुषा समुद्र तट छुट्टियों, नाव दौड़ और समुद्री उत्पादों के लिए महत्वपूर्ण स्थल है। आलप्पुषा में हाउसबोट क्रूज़ एक रोमांचक खेल है। अलेप्पी केरल हाउसबोट पर रहने और पानी पर दौरे के लिए जाना जाता है। ये केरल के देखने लायक सबसे अच्छे स्थाकनों में से एक है। समुद्र तट के अलावा अलेप्पी में कुछ अन्य पर्यटन स्थल भी हैं जैसे अंबालापुक्षा श्री कृष्ण मंदिर, कृष्णापुरम पैलेस, मरारी समुद्र तट, अरथुंकल चर्च आदि। जिनका मजा आप यहां ले सकते हैं।


मारारी तट

केरल के समुद्र तट

जो लोग आराम करना चाहते हैं और स्वच्छ पानी के का आनंद लेना चाहते हैं उन्हें मरारी तट अवश्य आना चाहिए। एक तरफ समृद्ध वनस्पति और दूसरी ओर क्रिस्टल साफ़ पानी, माँ प्रकृति की आरामदायक गोद की तरह दिखता है जो मन, शरीर और आत्मा से जीवन के सभी सांसारिक तनाव को धो देती है। यह एलेप्पी या कोच्चि का भ्रमण करने के लिए एक बेहतरीन जगह है, आप यहाँ डे क्रूज़ द्वारा कोचीन के दौरे का विकल्प चुन सकते हैं। आप यहाँ केरल के पारंपरिक मछली पकड़ने का अनुभव भी पा सकते हैं।


चावक्कड़ तट

केरल के समुद्र तट

चावक्कड़ तट है ख्य शहर से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थि है। चावक्कड़ तट इसलिए प्रसिद्द है क्योंकि यह अभी तक आधुनिकीकरण से अछूता है। यह नारियल के पेड़ों के साथ एक मोहक सौंदर्य स्थल प्रदान करता है। खजूर के वृक्षों की कतार वाला यह समुद्र तट एक खुशनुमा शाम के लिए प्राकृतिक सुंदरता प्रदान करता है। पलायूर का चर्च जो रोमन सीरियन वंशजों का सबसे पुराना चर्च है, की स्थापना सेंट थॉमस द्वारा की गई थी। उसका आनंद भी आप यहां ले सकते हैं।


फोर्ट कोच्ची तट

केरल के समुद्र तट

समुंदर के किनारे बसा हुआ यह शांत शहर अपनी समृद्ध वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है| इसकी विचित्र संरचनाएं यूरोपीय शक्तियों के बारे में बताती हैं जो कभी इस शहर पर शासन करती थीं| इस समुद्री तट के किनारे बने औपनिवेशिक शैली के बंगलों के साथ समुद्र तट काफी दिलचस्प लगते हैं। समुद्र तट, मछली पकड़ने के चाइनीज़ जाल, कथकली केंद्र और सेंट फ्रांसिस चर्च इस जगह के आकर्षण के केंद्र-बिंदु हैं।जैसा कि नाम इंगित करता है, कोई भी इस समुद्र तट से फोर्ट इमानुअल के खंडहरों को भी देख सकता है।



कोल्लम तट

केरल के समुद्र तट

इस समुद्र तट को महात्मा गांधी समुद्र तट के रूप में भी जाना जाता है, यह काजू व्यापार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए समुद्र तटों में से एक है और एक बहुत महत्वपूर्ण है। कोवलम तट केरल के त्रिवेंद्रम या तिरुंत्पुरम से 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह समुद्री तट दक्षिण केरल में स्थित है। यहां पर्यटकों के मनोरंजन के लिए बहुत सारे विकल्प हैं। इस तट पर आयुर्वेदिक मालिश केंद्र, लकड़ी से बने बेड़े की सवारी और ख्ररीददारी करने के लिए दुकानें भी बनाई गई हैं। यहां का शांत पानी तैराकी के लिए आदर्श माना जाता है। यहां जाने का सबसे अच्छा समय सितंबर से मार्च तक माना जाता है। यहाँ पर एक दुसरे से सटे तीन अर्धचन्द्राकार तट है। इस शहर में तीन समुद्र तट हैं, जो चट्टानों से अलग हैं। लाइटहाउस तट, केरल में सबसे रोमांटिक तट में से एक है और दक्षिण के स्वर्ग के रूप में जाना जाता है।  1930 के दशक से यह विदेशियों को विशेषकर यूरोपिय लोगों को आकर्षित कर रहा है। रूप से यूरोपीय लोगों को आकर्षित कर रहा है। वास्तव में इसके पास तीन निकटवर्ती समुद्र तट हैं लाइटहाउस तट, हावा तट और समुद्र तट, जो इसे केरल में एक आकर्षक स्थल बनाते हैं।


कोवलम समुद्री तट

केरल के समुद्र तट

केरल में स्थित कोवलम समुद्री तट चेन्नई से 40 किलोमिटर दूर महाबलीपुरम के रास्ते पर एक गाँव है जो कोवेलोंग नाम से जाना जाता है। मालाबार तट के साथ चल रहे कोवलम तट में सफेद रेतीले समुद्र तट का लंबा हिस्सा है और यह केरल के सबसे लोकप्रिय समुद्री समुद्र तटों में से एक है। तिरुवनंतपुरम से 16 किमी की दूरी पर स्थित कोवलम में वास्तव में चट्टानी परिदृश्य से अलग 3 समुद्र तट हैं। लाइटहाउस तट, हावा तट और समुद्र तट जो कोवलम को समुद्री तट का केन्द्र बनाते हैं।


गोवा के समुद्री तट

गोवा के समुद्री तट

गोवा भारत की सबसे पंसदीदा जगह हैं जहां देश-विदेश के पर्यटक सबसे ज्यादा जाना पसंद करते हैं। गोवा की तट रेखा लगभग 125 किमी तक फैली हुई है। गोवा के समुद्री तट को उत्तरी गोवा और दक्षिण गोवा के कई समुद्र तटों में वर्गीकृत किया गया है। यहां छोटे-बड़े लगभग 40 समुद्री तट है। गोवा शांतिप्रिय पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों को बहुत भाता है। समुद्र तटों के कारण गोवा का विश्व में अलग पहचान है। गोवा नदी और समुद्र का अद्भभुत संगम है। नारियल के पेड़ और समुद्र के पानी पर पड़ने वाले सूर्य की रोशनी के मनमोहक नजारे गोवा के खूबसूरती में चार चांद लगा देती हैं। दक्षिण गोवा में, कई निजी समुद्र तट हैं जो सुपर लक्जरी रिसॉर्ट्स का हिस्सा हैं। दक्षिण गोवा के सबसे लोकप्रिय समुद्र तट पोलेलम समुद्र तट है। गोवा के अन्य लोकप्रिय समुद्र तट कोल्वा, बागा, कालंग्यूट, डोना पाउला, मिरामार और अंजुना हैं। गोवा में इन समुद्र तटों के साथ भोजन, पेय, संगीत समानार्थी हैं, जो क्रिसमस और नए साल के दौरान पर्यटकों की भारी भीड़ का साक्षी बनते हैं।

गोवा में जहां आप संगीत, नाच-गाना, ड्रम और गिटार की धुनें शांत, स्वच्छ व मनोरंजक वातावरण प्रस्तुत देख मंत्रमुग्ध हो जाते हैं, वहीं यहां का समुद्री भोजन दुनिया भर में प्रसिद्ध है। भरपूर मौज मस्ती और मनोरंजन के लिए गोवा एक आदर्श स्थान है। संपूर्ण गोवा में इतने अधिक समुद्र तट हैं कि पर्यटकों को गोवा के सभी तटों को देखने में एक महीने से भी अधिक वक्त लग जाएगा। गोवा के इन समुद्र तटों पर, आप समुद्र की लहरों पर वॉटर सर्फिंग, पैरासेलिंग, वॉटर स्किइंग, स्कूबा डाइविंग, वॉटर स्कूटर आदि का लुत्फ उठा सकते हैं। आप पास के रेखांकित स्टालों के साथ स्थानीय खरीदारी का अनुभव कर सकते हैं। ये दुकानें समुद्र के मोती के आभूषण, गोयन लटकन और बहुत कुछ सुंदर आभूषणों और कलाकृतियों जैसी सभी स्थानीय चीजें मिल जाएगीं।  रात में, इन सभी समुद्र तटों को खूबसूरती में लोग आपकों जश्न मनाते हुए पार्टियां करते हुए नजर आएगें। गोवा के समुद्री तटों पर ज्यादाकर हनीमून जोड़े नजर आते हैं। जो गोवा में रोंमांस का नया रगं भर देते हैं। गोवा अपने आप में एक सुंदर अनुपम स्थान है जहां हर कोई एक बार अवश्य आना चाहता है।


तमिलनाडु के समुद्र तट

भारत का राज्य तमिलनाडु दक्षिण-भारत के कुछ बेहतरीन समुद्री तट प्रस्तुत करता है। यहां के उज्ज्वल आकाश के नीचे नीले पानी लुभावनी लगते हैं। चेन्नई का मरीना तट में जहां 12 किमी की अद्भुत सुंदर लहरों से भरा हुआ है जो इस समुद्र तट को 'चेन्नई का गौरव' बनाता हैं। वहीं यहां सूर्योदय और सूर्यास्त का आनंद लेने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं जो बहुत अद्भुद है। शाम के समय समुद्र तट कई मनोरंजन गतिविधियों की पेशकश करता है। लोग हॉकर्स से भोजन का आनंद लेते हैं और बहुत मज़ा लेते हैं। तमिलनाड़ू में कई समुद्री तट है जो पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र हैं।


इलियट्स तट

तमिलनाडु के समुद्र तट

इलियट्स तट उपयुक्त रोशनी वाली सड़कें, रेत और साफ फुटपाथ वाला तट है। बेसेंट नगर में फैला यह खूबसूरत तट है। यह तट आमतौर पर शांत रहता है। पिकनिक मनाने और शांत वातावरण के चहितो के लिए यह तट किसी स्वर्ग से कम नही है। चेन्नई से 13 किमी की दूरी पर स्थित बसंत नगर का इलियट्स तट पर सबसे ज्यादा शातिंपूर्ण जगह हैं। यदि आप शांत माहौल चाहते हैं तो यहां अवश्य आएं। यहां के स्थानिय लोग इसे बेसी तट के नाम से भी जानते हैं।


मामलापुरम तट

तमिलनाडु के समुद्र तट

तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले में मामल्लपुरम राज्य की राजधानी चेन्नई से केवल 2 घंटे की दूरी पर है। इस शहर को मंदिरो का शहर भी कहा जाता है। महाबलिपुरम के तट मन्दिर को दक्षिण भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में माना जाता है जिसका संबंध आठवीं शताब्दी से है। यह मंदिर द्रविड वास्तुकला का बेहतरीन नमूना है। यहां तीन मंदिर हैं। तट में भगवान विष्णु का मंदिर है जिसके दोनों तरफ से शिव मंदिर हैं। मंदिर से टकराती सागर की लहरें एक अनोखा दृश्य उपस्थित करती हैं।एक बार पल्लव के बंदरगाह शहर के बाद, यह अपने समृद्ध इतिहास और महाबलीपुरम में स्मारकों के समूह के कारण भी महत्वपूर्ण है जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। महाबलीपुरम एक बहुत ही सुंदर समुद्रतट है और साथ ही दक्षिण भारत के स्वर्णिम इतिहास का जीताजागता प्रमाण भी है।



कन्याकुमारी तट

तमिलनाडु के समुद्र तट

तमिलनाडु का एक और सबसे लोकप्रिय समुद्र तट कन्याकुमारी तट है जो भारत के दक्षिणी सिरे पर स्थित है। यह एक जाना-माना तीर्थ स्थल है। तमिलनाड़ू राज्य के दक्षिण तट पर कन्याकुमारी शहर स्थित है। कन्याकुमारी में आप हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर का संगम देख सकते हैं। यहां 2 समुद्रों के मिलन दिखाई देता है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर तथा दक्षिण में सुदूर दक्षिणी ध्रुव तक हिन्द महासागर का विशाल पारावार फैला है। अंतरीप के अग्रभाग में स्थित विवेकानंद शिला से अरब सागर की पीले और बंगाल की खाड़ी की नीले रंग की लहरें साफ-साफ दिखाई पड़ती हैं।इसके अलावा, कन्याकुमारी सूर्योदय और सूर्यास्त के शानदार दृश्य भी प्रदान करता है।  आप पूर्ण चंद्रमा के दिनों में सर्वश्रेष्ठ आनंद ले सकते हैं। इस समुद्र तट पर फार्म लाइटहाउस दृढ़ दिखता है; यह वह जगह है जहां आप समुद्र तट की मनोरम दृष्टि का आनंद ले सकते हैं। इस तट के बारे में मान्यता है कि पौराणिक समय में कन्या कुंवारी के रूप एक सुंदर कन्या ने अपने चक्र आयुध से वाणासुर का अंत किया था। तब देवताओं ने समुद्र तट पर पराशक्ति के कन्याकुमारी स्वरूप का मंदिर स्थापित किया। इसी आधार पर यह स्थान भी कन्याकुमारी कहलाया तथा मंदिर को कुमारी अम्मन यानी कुमारी देवी का मंदिर कहा जाने लगा।



पूम्पुहर समुद्री तट

तमिलनाडु के समुद्र तट

पूम्पुहर समुद्री तट तमिल महाकाव्य सिलापथिकरम में उपलब्ध सूचनाओं के आधार पर केवरिपूम्पात्तिनम की स्मृति में बनाया गया एक बंदरगाह है।  यह कावरिपूमपट्टिनम के रूप में भी जाना जाता है, पूम्पुहर समुद्री तट काली रेत से भरा हुआ है, इस जगह का ऐतिहासिक महत्व भी है। हालांकि यहां तैराकी की इजाजत नहीं दी जाती। , यह समुद्र तट स्थानीय लोगों के लिए एक आदर्श पिकनिक स्थान है।



गुजरात के समुद्र तट

भारत का पश्चिमी राज्य गुजरात अपनी रंगीन और जीवंत जीनशैली की लिए विश्व विख्यात है गुजरात का खान-पान से लेकर पहनावा तक सब उसे खास बनाता है।“पश्चिम का जेवर“ भी कहते हैं। यह भारत का सबसे अधिक औद्योगिक और समृद्ध राज्य है। यहां आपको आधुनिक परिवेश और सदियों पुरानी परंपराओं का सुखद मेल देखने को मिल जाएगा। गुजरात में इसके साथ ही सुंदर समुद्री तट भी स्थित है। गुजरात में देश की सबसे लंबी तट रेखा है। मन को लुभाते तट रिसार्ट, किनारे बने मंदिर और ब्लू लगून के साथ गुजरात में देश के कुछ सबसे उम्दा तट हैं। प्रकृति, इतिहास और धार्मिक स्मारकों के अनूठे संगम के साथ गुजरात भारतीय उपमहाद्वीप में सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है।  इनमें अहमदपुर-मांडवी तट, चोरवाड़ तट, सोमनाथ तट, गोपानाथ तट, द्वारका तट और कच्छ-मांडवी तट शामिल हैं। इन सभी समुद्र तटों में, मंडवी समुद्र तट सफेद रेत के साथ सबसे सुंदर और लुभावने दृश्य प्रदान करता है। यह समुद्र तट को  तैराकी और पानी के खेल खेलने के लए काफी अच्छा माना जाता है।


चोरवाड़ तट

गुजरात के समुद्र तट

चोरवाड़ तट सोमनाथ से 37 कि।मी की दूरी पर स्थित समुद्री तट है। चोरवाड़ तट कभी जूनागढ़ के नवाब का घर था। रॉकी पहाड़ियों और रोमांचकारी नाव की सवारी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों पर्यटकों को यहां आकर्षित करती है। यह आराम करने के लिए एक उत्तम स्थान है, और यहां कि ठंड़ी हवा आपके चेहरे को खुश कर देंगी। हांलाकि यहां तैराकी नहीं की जा सकती किन्तु यहां के सुंदर दृश्य आपका मन मोह लेगें।


गोपनाथ तट

गुजरात के समुद्र तट

गोपनाथ तट गुजरात के भावनगर जिले में स्थित है भावनगर के बहुत करीब होने के कारण, गोपनाथ तट भावनगर के राजा, महाराजा कृष्ण कुमार सिंहजी के लिए ग्रीष्मकालीन स्थल भी था। इस तट के किनारे गोपनाथ महादेव का मंदिर भी है यह तट बेहद खूबसूरत है। गोपनाथ समुद्री तट एक शांत स्थल है जो कि शहर से थोड़ा दूर है लेकिन यह जगह छुट्टियों का लुत्फल उठाने के लिए बेहद लोकप्रिय मानी जाती है। यह समुद्र तट चूना पत्थर, चट्टानों और लुभावनी प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ है। इस तट पर लहरों का मज़ा उठाने और आराम करने के अलावा आप पास ही के 700 वर्षीय पुराने तीर्थ स्थल गोपनाथ मंदिर की भी यात्रा कर सकते हैं।  इसके साथ ही आप यहां र मनमोह लेने वाले पेड़ पौधों तथा जंतुओं को देख सकते हैं।  यह समुद्री जीवन और पक्षियों को देखने के शौकीन व्यंक्तियों को देखने के लिए एक अच्छाह स्थािन है ।


द्वारका तट

गुजरात के समुद्र तट

द्वारका को भगवान श्री कृष्ण की नगरी के रुप में जाना जाता है। द्वारका को चार धामों में एक तथा सात पुरियों में से एक पुरी के रूप में जाना जाता है। सुंदर और मंत्रमुग्ध कर देने वाले यहां के मंदिर इस जगह की खास पहचान हैं। यहां भगवान शिव का नागेश्वर ज्योतिर्लिग भी है जो बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां, आपको तीर्थयात्रियों की एक बड़ी भीड़ मिल जाएगी जो द्वारकाधिश मंदिर की यात्रा के लिए आते हैं। इसके साथ ही यहां से समुद्र के खूबसूरत नजारों के साथ  यहां आप कई तरह के पक्षियों समुद्री कछुवे, ऑक्टोपस व स्टारफिश देख सकते हैं। जो आपको आनंदित कर देंगें।



कच्छ-मांडवी तट

गुजरात के समुद्र तट

शानदार नीले पानी और चमकते रेत से सजाए गए, कच्छ-मांडवी समुद्र तट व्यापार और वाणिज्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण समुद्री बंदरगाह है। गुजरात स्थित मांडवी तट लोगों के तट अपनी सफाई के लिए काफी प्रसिद्ध है। मांडवी तट गुजरात के सबसे ज्यादा घूमे जाने वाले तट में से एक है। यहां का बालू और पानी बिल्कुल सफेद है। आप यहां के साफ नीले पानी में आसानी से  सुंदर मछलियों को देख व पकड़ सकते हैं। मांडवी की संस्कृति कच्छ की वास्तविक संस्कृति को प्रदर्शित करती है। व्यापारी और नाविक यहाँ के प्रमुख निवासी हैं। कच्छ के राजा खेंगार्जी ने सन 1574 में मांडवी की स्थापना बंदरगाह शहर के रूप में की थी।



महाराष्ट्र के समुद्र तट

महाराष्ट्र भारत का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है और पर्यटन स्थल के रूप में काफी धन है। महाराष्ट्र न केवल मुंबई में स्थित जुहू और चौपाटी के समुद्र तटों के बारे में प्रसिद्ध है बल्कि यहां कई गुफाएं, आकर्षक पहाड़ी स्थल, कुंवारी समुद्र तट, पवित्र स्थानों और वन्यजीव भी भरपूर हैं। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बॉलीवुड फिल्म उद्योग है जो कि महाराष्ट्र को भारत के अन्य राज्यों पर एक बढ़त देती है। और भारत की आर्थिक राजधानी बनाती है लेकिन इसके साथ ही महाराष्ट्र के समुद्री तट इसे एक भव्य पहचान देते हैं। अरब सागर के साथ 330 मील (530 किमी) की समुद्रतट होने के साथ, महाराष्ट्र में विभिन्न प्रकार के समुद्र तट हैं। जुहू मरीन ड्राइव चौपाटी जैसे बीड़ भाड़ वाले समुद्र तट भी है तो वहीं शांति की तलाश करने वालों के लिए वेल्नेश्वर और श्रीवर्धन-हरिहरेश्वर तट भी है यहां विजयदुर्ग-सिंधुदुर्ग और डहाणु-बोर्डी समुद्र तट जैसे कई समुद्री तट हैं, जो इसे पर्यटन स्थल होने के साथ-साथ धार्मिक स्थल भी बनाते हैं।


हरानाई तट

महाराष्ट्र के समुद्र तट

हरानाई समुद्री तट प्राचीन शांतिपूर्ण समुद्र तट है जो दापोली से 15 किमी दूर और मुंबई से 240 किलोमीटर दूर स्थित है। भारत के अन्य बीचों की तरह पर्यटकों से भरा हुआ नहीं है,बल्कि आप इस तट पर सिर्फ स्थारनीय मछुआरे को ही देख सकते हैं। यह जगह, मौजमस्ती और पार्टी करन के लिए एकदम सही जगह है। इस तट को महर्षि  कारवे तट के नाम से भी जाना जाता है। पर्यटक इस तट से सावनदुर्ग किले को भी देख सकते हैं। प्राचीन समय में हरनाई एक प्रसिद्ध बंदरगाह भी रह चुका है। हरनाई मछुआरों के बंदरगाह के रूप में भी लोकप्रिय है क्योंककि यहां पर मछलियों की नीलामी होती है। समुद्र से मछुआरों के आने के बाद शाम 6 बजे से यहां मछलियों की नीलामी शुरु हो जाती है। उत्तरी छोर पर साफ़ पानी, प्राकृतिक बंदरगाह और किला इसे पुणे और मुंबई दोनों में रहने वाले लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बनाता है।


श्रीवर्धन-हरिहरेश्वर तट

महाराष्ट्र के समुद्र तट

यह उन लोगों के लिए एक अनूठा समुद्र तट है जो समुद्री भोजन, साफ पानी और कोमल हवाओं से प्यार करते हैं। श्रीवर्धन हरिहरेश्वर तट महाराष्ट्र के सबसे प्रसिद्द बीचों में से एक है।  यदि आप एक साहसिक प्रेमी हैं, तो आप एक छोटी नाव ले सकते हैं और पेशवों की भूमि पर यात्रा कर सकते हैं जहां आप श्रीवर्धन में पेशवा स्मारक देख सकते हैं। आप श्रीवर्धन हरिहरेश्वर तट पर  जल क्रीडा और समुद्री व्यंजनो का लुथ्फ भी उठा सकते हैं। धार्मिक दृष्टि से यहां काल भैरव शिव मंदिर भी स्थित है।



दहनु-बोर्दी तट और विजयदुर्ग-सिंधुदुर्ग तट

महाराष्ट्र के समुद्री तट

इतिहास में रुचि रखने वाले लोग, दहनू-बोर्दी तट और विजयदुर्ग-सिंधुदुर्ग समुद्र तट पर जाने का विकल्प चुन सकते हैं। दहनु समुद्र तट चिकु बागों से आशीर्वादित है और मुंबई से 145 मीटर दूर है। यह 17 किलोमीटर लंबा समुद्री तट अपने अद्भुत प्राकृतिक दृश्य के लिए पर्यटकों के तट प्रसिद्द है। तट पर बैठ मछुआरों की रोज़ाना दिनचर्या को देखना यहाँ का सबसे अलग नज़ारा है। यहां आपको पुर्तगाली संस्कृति के किलों और निशानों के खंडहर भी मिलेंगे । इसके अलावा, उन्हें ऐतिहासिक महत्व की कुछ तीर्थ स्थल भी आपको मिलेगें जिनसे आप इतिहास के बारे में जान सकते हैं। इसके अलावा मछली पकड़ने के लिए प्रसिद्ध इस समुद्री तट पर आपको एक अलग ही अनुभव प्राप्त होगा। आप यहाँ अपने मछली पकड़ने के शौक को भी पूरा कर सकते हैं।



गणपतिफुल तट

महाराष्ट्र के समुद्री तट

महाराष्ट्र के सबसे शानदार समुद्र तटों में से एक गणपतिफुल समुद्र तट महाराष्ट्र के अधिक भीड़ वाले समुद्र तटों से दूर एक शानदार विकल्प है। महाराष्ट्र के अन्य बीचों से अलग इस तट में ज़्यादा भीड़ नहीं होती इसलिए आप यहाँ आकर अपने मनःशांति का भरपूर मज़ा ले सकते हैं। अपने स्वच्छ, नीले पानी के अलावा, गणपतिफुले अपने समृद्ध मैंग्रोव तनाव और नारियल के पेड़ों के लिए प्रसिद्ध है। इस तट को मुख्यतः कायाकिंग खेल के लिए जाना जाता है।


मांडवा किहिम तट

महाराष्ट्र के समुद्री तट

मुम्बई से लगभग 120 किलोमीटर दूर और अलीबाग के समीप ही स्थित नारियल और चीड़ के पेड़ों से घिरा, किहिम और मंडवा तट एक सुरम्य समुद्री तट है। इस समुद्र तट में सुंदर नारियल के पेड़ मिलेगें। हरियाली से पूर्ण इस तट पर स्वच्छता में सांस लेने के लिए शुद्ध और प्रदूषण मुक्त हवा मिलती है। आप यहाँ सर्फिंग और कैंपिंग के भी मज़े भी ले सकते हैं।



जुहू तट

महाराष्ट्र के समुद्री तट

जुहू तट मुंबई के सबसे लोकप्रिय आकर्षक स्थलो में से एक है।  यह मुम्बई से तीस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह तट मुख्य रूप से यहाँ लगने वाले पाव भाजी, भेल-पूरी और पानी पूरी चाट के स्टोल के लिए प्रसिद्ध है। यह तट पर्यटन स्थल के रूप में भी काफ़ी प्रसिद्ध है। सामान्य गतिविधियों के अलावा, जुहू जाने के मुख्य कारणों में से एक यह है क्योंकि यहां शीर्ष बॉलीवुड के कुछ हस्तियां रहती है। इस समुद्र तट पर अक्सर भीड़ होती है जो सप्ताहांत के दौरान और बढ़ जाती है।


माड आइलैंड तट

महाराष्ट्र के समुद्री तट

माड आइलैंड मुंबई के सबसे लोकप्रिय समुद्र तटों में से एक है और यह राज्य का सबसे साफ समुद्री तट है। समुद्र तट पर रेखांकित मैंग्रोव समुद्र तट को मुख्य भूमि से अलग करने के अलावा सुंदरता प्रदान करता है। यह पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र है।

मुंबई के कुछ अन्य समुद्री तटों में शामिल हैं:


• मार्व मनोरी गोराई तट
• मुरुद जंजीरा तट
• तर्काली तट
• वेलेश्वर तट
• वेंगुर्ला मालवन तट



कर्नाटक के समुद्र तट

भारत का दक्षिणी राज्य कर्नाटक की तटरेखा लगभग 320 किलोमीटर लंबी है। जिसमें कई आकर्षक औख सुंदर तट स्थित है। जो अपनी खुबसूरती से दुनिया भर के पर्यटको को आकर्षित करते है। कर्नाटक के बीचो पर दूर तक फैली चांदी जैसी चमकचार रेत और दूर तक दिखाई देने वाले नीले जल पर मस्ती करने के लिए यहां सैलानियो की काफी भीड रहती है। यहां कई ऐसे समुद्री तट भी है जो शहर की चकाचौंध और भीड़-भाड़ से दूर आपको शांति का एहसास कराते हैं। यहां के प्रसिद्ध समुद्री तटों में गोकर्ण, पनंबुर तट, सोमेश्वर समुद्र तट, मंगलौर में उल्लाल तट, भटकल समुद्र तट और मुर्देश्वर के मुर्देश्वर समुद्र तट, करवाड़ के कुरुमगढ़ समुद्र तट, सुरथकल में सुरथकल समुद्र तट, और काप तट, मालपे तट और उडुपी में मारवांथे तट में ओम तट प्रमुख है। जो आपको प्रकृति के विंहगम नजारों के साथ अदभुद जोश एवं शातिं का संचार करते हैं। 


ओम तट

कर्नाटक के समुद्र तट

गोकर्ण से लगभग 2 किमी दूर स्थित, ओम तट का नाम अपने प्राकृतिक आकार के नाम पर रखा गया है जो प्रतीक 'ओम' जैसा दिखता है। ताजे पानी की दो स्प्रिंग से सुशोभित यह खूबसूरत तट ओम की तरह बना हुआ है। दो पहाड़ों के तट में होने के कारण यहां पहुंचने का रास्ता ऊंचा-नीचा है। यह आसपास के हरे-भरे नजारों से भरा हुआ तट आपको भरपूर हरियाली का एहसास कराएगा, यहां आपको बिना कपड़ों के घूमने की पूरी आजादी भी मिलती है।


पनांबुर तट

कर्नाटक के समुद्र तट

मैंगलोर में पनांबुर बंदरगाह के नाम पर स्थित पनांबुर समुद्री तट भारत के सबसे सुरक्षित और साफ-सुथरे समुद्र तटों में से एक है। यह अपनी खूबसूरती और मनमोहक आबोहवा से पर्यटकों का मनोरंजन करता है। यह समुद्री तट कोंकण तट के साथ सूर्यास्त के शानदार दृश्य को प्रदान करता है। यहां पर्यटक बोटिंग, जेट स्की। पंतग उड़ाने एवं ऊंट की सवारी जैसी रोमाचंक गतिविधियों का भी आनंद उठा सकते हैं। यहां खाने-पाने के लिए भी काफी कुछ उपलब्ध है।



सोमेश्वर तट

कर्नाटक के समुद्र तट

अरब सागर और नेत्रावती नदी के संगम पर स्थित, सोमेश्वर तट अपने स्वर्ण रेत और हरियाली के लिए प्रसिद्ध है। सोमेश्वर तट मैंगलोर का सबसे सुन्दर तट के रूप में जाना जाता है,और यहाँ पर सूर्यास्त देखने के लिए बहुत से लोग आते हैं। यहां समुद्र के मध्य में एक बड़ी सी चट्टान है, जिसे रूद्र शिला के नाम से जाना जाता है।इससे टकरा कर वापस जाने वाली समुद्र की लहरें प्रकृति की ताकत का एहसास कराती है। कम भीडभाड से भरा हुआ बहुत ही आकर्षक तट है ये,जहाँ की सुनहरी रेत पर चलना भी अपने आप में एक सुनहरा अनुभव है। यहाँ पर एक बहुत ही पूराना मंदिर भी है, कहा जाता है की उसके अन्दर मीठे पानी का एक स्रोत है। यहां के सुंदर नजारे किसी का भी मन मोह लेते हैं।



भटकल तट

कर्नाटक के समुद्र तट

सबसे खूबसूरत समुद्र तटों में से एक कर्नाटक का भटकल समुद्र तट है। यह मुरुदेश्वर मंदिर के पास उत्तर कन्नड़ क्षेत्र में स्थित है। यह विजयनगर साम्राज्य के दौरान 16 वीं शताब्दी में व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण बंदरगाह था। इस तट के पास विजयनगर मंदिर, जैन चन्द्रनाथ बसदी, और मुर्डेश्वर किला जैसे स्थान देखने योग्य है। भटकल तहसील में मौजूद मुरुदेश्वर कस्बे में भगवान शिव की दूसरी सबसे बड़ी और ऊँची मूर्ति स्थित है जो पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र है। भटकल का समुद्री तट अरब सागर के किनारे स्थित है। इस के आस पास कई पहाड़ और नारियल के पेड है। कंडुका पहाड़ी पर, मध्ययुग के दौरान बने कई धार्मिक स्थल देखे जा सकते हैं। लाइट हाउस से आप पूरे भटकल समुन्द्र और उसके आस पास के क्षेत्र को देख  सकते हैं।


कुरुमगढ़ तट

कर्नाटक के समुद्र तट

करवार से 4 किमी दूर स्थित, कुरुमगढ़ तट नरसिम्हा मंदिर के लिए लोकप्रिय स्थल है। यह एक कछुए के आकार का द्वीप है। जनवरी में पुष्प पूर्णिमा के दौरान हजारों लोग यहां के मंदिर में आते है इस समय यहां बहुत भीड़ होती है। यह सड़कों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और आवास के लिए कई आरामदायक रिसॉर्ट्स और होटल उपलब्ध है। यही कारण है कि सैलानी यहां हमेशा आते रहते हैं।



आंध्र प्रदेश के समुद्र तट

आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम जिले को कई खूबसूरत समुद्र तटों के साथ आशीर्वाद प्राप्त है। इन समुद्री तटो की तट रेखा बंगाल की खाड़ी से लगती है।विशाखापट्टनम शहर कोरोमंडल तट (दक्षिणी-पूर्वी तटरेखा) पर बसा है। कोरोमंडल तट को लेकर यहां अलग-अलग कहानियां प्रचलित हैं। कहते हैं सही शब्द कोरोमंडल नहीं चोल-मंडलम था। इस क्षेत्र में चोल राजाओं का शासन था और इस मंडल को तमिल भाषा में चोल-मंडलम कहते थे। पर यह शब्द फ्रांस, पुर्तगाल से आए उपनिवेशी सौदागरों के लिए बोलना कठिन था इसलिए वे चोल-मंडलम को कोरोमंडल कहकर पुकारने लगे। तभी से इस तट को कोरोमंडल के नाम से भी जानने लगे। यहां कई समुद्री तट स्थित हैं। रशिकोंडा समुद्र तट को 'पूर्वी तट का गहना' कहते हैं, रामकृष्ण समुद्र तट, लॉसन की खाड़ी, टेनेटी तट और सागरनगर तट इत्यादि है। ये समुद्र तट इतने सुंदर दिखते हैं कि पर्यटक बड़ी संख्या में यहां आकर्षित होकर आते हैं।



रामकृष्ण तट

आंध्र प्रदेश के समुद्र तट

विशाखापत्तनम का एक लोकप्रिय समुद्र तट, रामकृष्ण समुद्र तट है।  रामकृष्ण समुद्र तट ‘आर के तट’ के नाम से लोकप्रिय है। यह समुद्री तट बहुत खूबसूरत है। देश के विभिन्न हिस्सों से पर्यटक समुद्र स्नान, जल क्रीड़ा एवं तट रेखा के किनारे-किनारे घूमने आते हैं। रामकृष्ण समुद्र तट के चारों ओर कई बेहतरीन पर्यटन स्थल हैं जैसे ऐक्वेरियम, विशाखा म्यूजियम, सबमैरिन म्यूजियम और वाटर मैमोरियल इत्यागि है। यह साल भर पर्यटकों को  अपनी ओर आकर्षित करता है।


उप्पाडा तट

आंध्र प्रदेश के समुद्र तट

काकीनाडा के समुद्र तट से केवल 5 किमी की दूरी पर स्थित उप्पाड़ा समुद्री तट स्थित है।  यह एक मत्स्यपालन स्थान के रूप में प्रसिद्ध है। यह एक विस्तृत समुद्र तट है और खेलने के लिए काफी सुरक्षित है। आंध्र प्रदेश पर्यटन विकास निगम इस जगह को एक पर्यटक केंद्र के रूप में विकसित कर रहा है।


वोदारेवु तट

आंध्र प्रदेश के समुद्र तट

वोदारेवु समुद्र तट बंगाल तट की खाड़ी के किनारे स्थित है। यह दोनों तरफ नारियल के पेड़ों के साथ रेखांकित होता है। यह रामपुरम तट से सिर्फ 6 किमी दूर है। यहां उगते सूरज को देखने का अनुभव ही कुछ और होता है। यह जगह अपने उगते सूरज के बेहतरीन नजारे के लिए प्रसिद्ध है। यह जगह आनंद लेने के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक है जहां लोग शांत समय का आनंद ले सकते हैं।


कृष्णपत्तनम तट

आंध्र प्रदेश के समुद्र तट

नेल्लोर जिले में स्थित कृष्णापट्टनम समुद्र तट में बंदरगाह के लिए अधिक प्रसिद्ध है। लेकिन इसका शांत और खुशनुमा माहौल उन पर्यटकों को आकर्षित करता है जो अकेलेपन में कुछ क्षण बिताना चाहते हैं। यहां आपको शातिं का अनुभव होगा।


माईपडू तट

आंध्र प्रदेश के समुद्र तट

माईपडू समुद्र तट बहुतायत में हरियाली के साथ बंगाल खाड़ी के किनारे 25 कि।मी। तक फैला हुआ तट है। इन दिनों, सरकार द्वारा इस जगह को एक पर्यटक गंतव्य के रूप में विकसित करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं।


मोतुपल्ली तट

आंध्र प्रदेश के समुद्र तट

मोतुपल्ली समुद्र तट कासुरानिया वृक्षारोपण के लिए जाना जाता है। कलिंगपटनम समुद्र तट आंध्र प्रदेश के प्राचीन बंदरगाह शहरों में से एक है, जो खूबसूरत लोक शैली के मंदिरों, आकर्षक रंगों में रंगे बंगलों और फूलदार वृक्षों से सुशोभित है। यहां का पानी नीला है और समुद्र तट स्वच्छ है। कलिंगपटनम का समुद्र तट आराम के पल बिताने के लिए सब से उपयुक्त स्थान है।
विभिन्न जिलों से संबंधित कई अन्य समुद्र तट हैं। भीमुनिपत्तनम तट, पेरुपलम तट, मंगिनपुडी तट, सूर्यलंक समुद्र तट और माईपडू तट इत्यादि हैं।



ओडिशा के समुद्री तट

ओडिशा के समुद्र तटों को उज्ज्वल रेत, अच्छे प्राकृतिक माहौल, उदार नारियल के पेड़, विदेशी समुद्री जीवन, शरारती समुद्री तरंगों का आशिर्वाद प्राप्त है जो सर्फिंग और समुद्री मौसम के लिए आदर्श स्थल हैं। यह आनंद लेने का भी सर्वोत्तम स्थल है। जहां आपको शांति का अनुभव होगा।
लगभग 500 किलोमीटर की तटरेखा पर अनेक सुंदर तट समेटे इस राज्य की राजधानी भुवनेश्वर है, जहां सैकड़ों प्राचीन मंदिर है।  समुद्र तटों को  विभिन्न दुकानों से सजाया गया है। जो बहुत अच्छे समान बेचते हैं। यहां पर कई समुद्री तट स्थित है जिनमें कुछ समुद्र तटों सबसे शांतिपूर्ण हैं। पुरी, चांदीपुर, गोपालपुर, कोणार्क, पारादीप, बालेश्वर, चंद्रभागा, पाटा सोनापुर, तलसारी जैसे समुद्रतटों की खूबसूरती और कोणार्क, लिंगराज, जगन्नाथ जैसे ऐतिहासिक मंदिर पर्यटकों को बारबार आने के लिए मजबूर करते हैं। ओडिशा के कुछ महत्वपूर्ण समुद्र तट आर्यापल्ली तट, अस्थारंगा तट, बलरामगाडी तट, बालीघाई तट, बलिहरचंडी तट, बेलेश्वर तट, रामचंदी तट, तालासरी तट, पाटी सोनापुर तट और परदीप समुद्री तट हैं।



चांदीपुर समुद्री तट

ओडिशा के समुद्री तट

ओडिशा का चांदीपुर तट पर 480 किलोमीटर से भी ज्यादा लंबी तट रेखा है। बंगाल की खाड़ी पर स्थित यह समुदंर समुपद्री तट है। यह कैसुराइन पेड़ और रेत की अद्भुत सयंगो के साथ एक शांत समुद्र तट है। इस समुद्र तट की विशेषता यह है कि हर बार ईबीबी ज्वार के दौरान पानी 1 से 4 किमी कम हो जाता है। । प्राचीन और पवित्र मंदिरों में से एक विशाल भूमि को अपने मोहक सौंदर्य से जोड़ा है। यह विभिन्न प्रकार की जैव विविधता का समर्थन करता है जिसमें घोड़े की ना,ल केकड़ा शामिल है जिसे शायद ही कभी कहीं और पाया जाता है।



गोपालपुर तट

ओडिशा के समुद्री तट

गोपालपुर तट लोकप्रिय रूप से समुद्र तट पर गोपालपुर के रूप में जाना जाता है, जो बेरहमपुर से लगभग 16 किलोमीटर दूर स्थित है। यह उड़ीसा के प्रमुख बंदरगाहों में से एक है। गोपालपुर उड़ीसा का एक शांत व सुरम्य तट है। ।गोपालपुर शहर का समुद्र तट एक लाइटहाउस और कैसुरीना पेड़ों के लिए जाना जाता है जो एक सुंदर तस्वीर देते हैं। शांत वातावरण लहरों से लयबद्ध गीतों के साथ यह तट जीवंत हो जाता है। यहां सुनहरी रेतों को धोती लहरें अलग ही चमक दिखाती हैं। यह स्थल नौकायान और जल क्रीडाओं के लिए भी एकदम सही स्थल है।



कोणार्क समुद्र तट

ओडिशा के समुद्री तट

कोणार्क समुद्र तट को चंद्रभागा समुद्र तट के रूप में भी जाना जाता है, जो प्रसिद्ध कोणार्क मंदिर यानि सूर्य मंदिर से केवल 3 किमी दूर है। यह सूर्योदय की सुंदरता का आनंद लेने और अपने आकर्षण में खो जाने के लिए भारत के सबसे अच्छे समुद्र तटों में से एक है। यह स्थान शहर के चहल-पहल से दूर है और साथ ही आराम और कायाकल्प का एकांत प्रदान करता है। लेकिन वार्षिक चंद्रभागा मेले के दौरान, यह समुद्र तट एक अलग रुप धारण करता है। यह खूबसूरत समुद्री तट सैर सपाटे के लिए एवं अन्य क्रियाकलाप जैसे तैराकी, नौका विहार, या पैदल चलने के लिए आदर्श स्थान है।



पुरी समुद्री तट

ओडिशा के समुद्री तट

ओड़ीसा का पुरी एक पवित्र समुद्र तट है जो बहुत बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। यहां हजारों की संख्या में तीर्थयात्री प्रार्थना करने और इसके पवित्र जल में स्नान करने के यहां आते हैं। क्योंकि यहां हिन्दुओं के चारधाम में से एक धाम है जगन्नाथपुरी स्थित है। पुरी तट को भगवान जगन्नाथ का निवास स्थान माना जाता है । पुरी तट पर सूर्यास्त के समय का नजारा बहुत आकर्षक होता है। यहां बहुत सी रेत कला देखी जा सकती है क्योंकि लोग इसका बहुत अभ्यास करते हैं।


परदीप तट

ओडिशा के समुद्री तट

परदीप समुद्र तट एक निजी तट है क्योंकि यह सबसे बड़ा बंदरगाह परदीप बंदरगाह से संबंधित है। समुद्र तट बहुत साफ है इसका साफ पानी बुहत सुंदर दिखता है। आप यहां की लंबी तट रेखा पर एक लंबी सैर कर सकते हैं जो बहुत ही सुखद हो अनुभव देती है। यहां की ठंडी रेत और सुंदर तरंगें आपको खुश कर देती हैं।

ओड़ीसा के अन्य समुद्र तट हैं जैसे आश्रापल्ली समुद्र तट जो बेहरमपुर से 30 किलोमीटर दूर, पुरी से 91 किलोमीटर दूर अस्तरांग समुद्र तट, चल्लपुर से केवल 2 किमी है। पुरीघाई समुद्र तट पुरी से सिर्फ 8 किमी और बालीराचंदी समुद्र तट पुरी से 27 किलोमीटर की दूरी पर,  अन्य पुरी से 15 किलोमीटर दूर बेलेश्वर समुद्र तट हैं, रामचंडी समुद्र तट कोनर्क से सिर्फ 7 किमी दूर, तालासरी जो बालासोर से 88 किलोमीटर दूर और पाटी-सोनापुर से यात्रा की जा सकती है - जो बेहरमपुर से 20 किलोमीटर की दूरी पर है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 5 से 4 किमी दूर है।



पुडुच्चेरी के समुद्र तट

भारतीय प्रायद्वीप के पूर्वी हिस्से में स्थित छोटा-सा केंद्रशासित प्रदेश है पुडुच्चेरी। इस धरती का एक समृद्ध इतिहास है। पुदुच्चेरी एक खूबसूरत तटीय क्षेत्र है जहां समान रूप से खूबसूरत समुद्र तट हैं,। यह शहर और क्षेत्र, दोनों ही फ्रेंच उपनिवेशवाद से प्राप्त विरासत में समृद्ध है जिसका इस क्षेत्र की अद्वितीय संस्कृति और विरासत में महत्वपूर्ण योगदान है। इस शहर में चार बेहतरीन तट हैं- प्रोमनेड तट, पैराडाइस तट, सेरेनिटी तट तथा आरोविले तट जो यहाँ आने वाले यात्रियों को छुट्टियों का एक नया अनुभव प्रदान करते हैं। यहां के समुद्री तट बहुत ही सुंदर और साफ होते हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।


सेरेनिटी तट

पुडुच्चेरी के समुद्र तट

यह समुद्र तट शहर में ही है। यह एक शांतिपूर्ण समुद्र तट है जो शांति की तलश में हो और सूकून के पल बिताने चाहते हैं उनके लिए यह एक आदर्श स्थल हैं। यहं का स्पष्ट पानी समुद्र तट का प्रमुख आकर्षण है। आप इन साफ-सुंदर पानी में अपने पैर डुबोए बिना नहीं रह पाएगें। यह सरेनिटी तट बाजार के लिए जाना भी जाता है जो सप्ताहांत के दौरान खुलता है। बाजार अच्छी पारंपरिक हस्तशिल्प वस्तुओं, कपड़े, बैग और बहुत कुछ समानो के लिए प्रसिद्ध है।

पैराडाइस तट

पुडुच्चेरी के समुद्र तट

पैराडाइस तट शहर से सिर्फ 8 किमी दूर है जिसे पुदुच्चेरी और कुड्डालोर राजमार्ग पर जाने के दौरान देखा जा सकता है। इस समुद्र तट के प्रमुख आकर्षण क्रिस्टल पानी, चमकदार रेत, बहुत सारे साहसिक और डॉल्फिन इत्यादि है जो इस जगह की खूबसूरती को और बढ़ा देती है।


प्रोमनेड तट

पुडुच्चेरी के समुद्र तट

प्रोमनेड समुद्री तटपुडुचेरी का सबसे महत्वपूर्ण समुद्र तट है। आप इस समुद्र तट से शहर से बाहर निकल सकते हैं। यह समुद्र तट के किनारे समुद्र तट के माध्यम से पैदल दूरी तय कर सकते है। समुद्र तट पर रहते हुए, आप युद्ध स्मारक, जोन ऑफ आर्क और महात्मा गांधी की मूर्ति भी देख सकते हैं।



पश्चिम बंगाल के समुद्र तट

पश्चिम बंगाल की तट रेखा में अच्छे समुद्र तट हैं जो व्यापार और वाणिज्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। पश्चिम बंगाल में खूबसूरत समुद्र तट और ऐतिहासिक स्मारकों के साथ साथ बहुत समृद्ध संस्कृति है। पश्चिम बंगाल के तटों की खूबसूरती जादू कर देती है। लहरों की मधुर आवाज़, सूर्यास्त का मनोरम दृश्य और नरम रेत का एहसास,  कुछ अलग ही आनंद दिलाते हैं। आप इन समुद्री तटों के किनारे बैठकर कई घंटे व्यतीत कर सकते हैं। जो आपको कभी उबने नहीं देगें। यहां के समुद्र तटों में शंकरपुर, दीघा, बखखली, मंडर्मानी, ताजपुर और गंगासागर आदि प्रमुख हैं। ऐसे कई अन्य छोटे समुद्र तट हैं जो महत्वपूर्ण नहीं हैं। यहां दीघा समुद्र तट जैसे कुछ समुद्र तटों के पास दुर्लभ संपत्ति है, इतनी ही नहीं  उनके पास बहुत सख्त रेत है, जिस पर कारों को भी चलाया जा सकता है। यह समुद्री तट पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।



दीघा समुद्री तट

पश्चिम बंगाल के समुद्र तट

दीघा समुद्री तट बंगाल की खाड़ी के उत्तरी छोर में पूर्वी मिदनापुर जिले में स्थित है। यह पश्चिम बंगाल के सबसे लोकप्रिय समुद्र तटों में से एक है। दीघा तट का जीवंत व सजीव आकर्षण, कोलकाता के समीप ही स्थित सबसे अच्छे पर्यटक स्थलों में से एक है। कोलकाता में और आसपास रहने वाले लोगों के लिए यह एक प्रसिद्ध सप्ताहांत गंतव्य है। पर्यटक पूरे साल यहाँ आना पसंद करते हैं व खूब मज़े करते हैं। दीघा तट पर सूर्योदय और सूर्यास्त दोनों का ही नजारा देखा जा सकता है। । दीघा तट की एक अलग खासियत यह है कि यहां पानी की लहरें शांत हैं और तट से करीब 1 किलोमीटर की दूरी तक समुद्र में तैराकी के लिए सुरक्षित है।


शंकरपुर समुद्री तट

पश्चिम बंगाल के समुद्र तट

शंकरपुर समुद्री तट दीघा समुद्र तट से 15 किमी दूर स्थित है। हालांकि आज यह एक कम खोजा गया स्थल है लेकिन अब यह लोकप्रिय हो रहा है। आप यहां से सुंदर सूर्योदय का आनंद ले सकते हैं। सुखद मौसम, हल्की हवा और ठंडी जलवायु इसे पश्चिम बंगाल में आदर्श स्थान बनाती है।


मांदरमोनी समुद्री तट

पश्चिम बंगाल के समुद्र तट

मांदरमोनी समुद्री तटपूर्वी मिदनापुर जिले के अंतर्गत आता है। 13 किलोमीटर लंबा समुद्र तट अपने लाल केकड़ों के लिए प्रसिद्ध है। मांदरमोनी तट के आसपास का उत्साही पर्यावरण हर बार यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसे दीघा तट का साफ़ सुथरा रूप भी कहा जाता है, इसलिए यह पश्चिम बंगाल के पसंदीदा पर्यटक स्थलों में एक है। यह तट अपनी सुंदरता के लिए भी जाना जाता है।


बक्खाली समुद्री तट

पश्चिम बंगाल के समुद्र तट

बक्खाली समुद्री तट उन समुद्री द्वीपों में से एक है, जिनमें से अधिकांश सुंदरबन के अंतर्गत आतें हैं।  यहां 7 किमी समुद्र तट पर कैसुरीना के पेड़ हैं। बक्खाली के पास ही स्थित अन्य द्वीप सुंदरबन के भाग हैं। यहां सप्ताहांत के दौरान भीड़ रहती है क्योंकि कई पर्यटक यहां आते हैं। समुद्र पर उठने वाली मनमोहक लहरें व अद्वितीय किस्म की वनस्पतियां इस जगह को पश्चिम बंगाल के वांछनीय असामान्य स्थलों में से एक बनाती हैं। सप्ताहांत के अलावा, यह तट शांत रहता है। साइक्लिंग इस समुद्र तट का एक पसंदीदा खेल है।



अंडमान द्वीप समूह के समुद्र तट

अंडमान और निकोबार द्वीप भारत का एक सं घ राज्य है जो बंगाल की खाड़ी में स्थित है। पोर्ट ब्लेयर अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की राजधानी है। इसमें लगभग 527 द्वीप छोटे और बड़े दोनों के होते हैं इन द्वीपों का समुद्र तट लगभग 100 किलोमीटर तक फैला है। द्वीपों के आसपास घने जंगल के साथ कवर किया जाता है। द्वीप समूह का क्षेत्र लगभग 8,293 वर्ग किलोमीटर है।अंडमान द्वीप अपने विदेशी समुद्र तटों के लिए जाने जाते हैं जिनमें जबरदस्त प्राकृतिक छटा निहित है। दुनिया भर के पर्यटक यहां रहना पसंद करते हैं और कोरल का आनंद लेते हैं। ये कोरल सैकड़ों वर्ष पुराने हैं और उनकी विशाल विविधता बिल्कुल अद्भुत दिखती है। यहां लोग स्कूबा डाइविंग, स्नॉर्कलिंग नौकायन और जादुई समुद्री जीवन के बारे में जानने के लिए उत्साहित रहते हैं।



राधानगर तट

अंडमान द्वीप समूह के समुद्र तट

अंडमान का सबसे खूबसूरत समुद्र तट हवेलॉक द्वीप का राधानगर समुद्र तट है। यह एशिया के सबसे खूबसूरत समुद्र तटों में से एक है। सफेद रेत और सफेद पानी घूमने  के लिए बहुत मोहक स्थल उपलब्ध कराते हैं। आप को बच्चे को भी यहां की सैर करा सकते हैं।  हालांकि समुद्र तट काफी व्यापक है, फिर भी एक ज्वार के समय सावधान रहना चाहिए क्योंकि उच्च ज्वार लहरें आपको अत्यधिक बल और दबाव से आगे धकेल सकती हैं।  इस तट पर कई गतिविधियों का आनंद लिया जा सकता है जैसे स्कूबा डाइविंग, स्नोर्कलिंग, नौकायन, मछली पकड़ना आदि। यहां का शांत वातावरण आपको रोमांस से जोड़ने का काम करता है।


विजयनगर तट

अंडमान द्वीप समूह के समुद्र तट

वि‍जयनगर तट हवेलॉक द्वीप का एक और समुद्र तट है जो स्पार्कलिंग साफ रेत और क्रिस्टल साफ़ पानी के लिए भी जाना जाता है। यहां पानी हवा में उछलता दिखाई देता है। तैराकी, नौकायन, फोटोग्राफी और वाटर सर्फिंग के लि‍ए यह तट आदर्श स्थल है। यहां पर तट के किनारे प्राकृतिक खूबसूरती देखते ही बनती है। यह प्रेमी जोड़ों के लिए उपयुक्त जगह है जो सुंदर प्रकृति के तट कुछ निजी समय बिताना चाहते हैं। समुद्र के नीले पानी के कि‍नारे महुआ के पेड़ों की छाव का नजारा बेहद शानदार लगता है। इस समुद्र तट का आनंद परिवारों द्वारा भी लिया जा सकता है।

काला पत्थर समुद्री तट

अंडमान द्वीप समूह के समुद्र तट

काला पत्थर समुद्री तट पोर्ट ब्लेयर के पास समुद्र तट प्रेमियों के लिए यह एक और लोकप्रिय गंतव्य है। यह प्रकृति की निर्विवाद सुंदरता प्रस्तुत करता है। पुराने जापानी बंकरों के साथ नारियल के पेड़ और हरे रंग के मैदान इसे एक बहुत ही आकर्षक समुद्र तट बनाते हैं। साहसिक साहसिक खेल के लिए यह बहुत अच्छा है। यह समुद्री तट अडंमान के सबसे शानदार तटों में गिना जाता है, जहां प्रकृति प्रेमी और एकांत स्थल के खोजी ज्यादा आना पसंद करते हैं। यहां की चांदी समान रेत, हरा समुद्री पानी इसे अडंमान के सबसे अगल तटों में सामिल करता है। यह तट सनबाथिंग, आराम से किताब पढ़ना और आरामदायक चहलकदमी के लिए जाना जाता है। एक शानदार अनुभव के लिए आप यहां की यात्रा कर सकते हैं।


बटलर बे समुद्री तट

अंडमान द्वीप समूह के समुद्र तट

बटलर बे तट सर्फिंग और शिविर के उत्कृष्ट साधन प्रस्तुत करता है। यह तट अपनी सुंदरता के साथ-साथ सूर्य के मनोरम दृश्यों के लिए भी प्रसिद्ध हैं। अधिकतर लोग यहां सनबाथ लेते हैं।


एलीफेंट समुद्र तट

अंडमान द्वीप समूह के समुद्र तट

एलीफेंट हैवेलॉक द्वीप का एक और समुद्र तट है जो कम से कम भीड़ वाला तट है। यहां लोग सबसे ज्यादा स्नॉर्कलिंग का आनंद ले सकते हैं क्योंकि यहां से विदेशी कोरल की एक बड़ी विविधता देखी जा सकती है। इस तट पर नाव की सवारी या 30 मिनट की जंगल ट्रेक के द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। यह तट अपने नीले पानी, चमकदार रेत और शांत परिवेश की वजह से यहां आने वाले सैलानियों को काफी ज्यादा प्रभावित करता है।  हालांकि, 2004 के सुनामी ने इसके मूंगा जीवन को बुरी तरह तबाह कर दिया था, फिर भी इसमें से बहुत से चीजों का आनंद लिया जा सकता है। यह समुद्री तट समृद्ध समुद्री जैव विविधता, शानदार कोरल रीफ, और स्नॉर्कलिंग के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है।
 

रेड स्कीन द्वीप समुद्री तट

अंडमान द्वीप समूह के समुद्र तट

रेड स्कीन द्वीप प्यारे मूंगा चट्टानों से भरा हुआ है जिसे ग्लास-तल नाव की सवारी और स्नॉर्कलिंग के माध्यम से देखा जा सकता है। यह आपके आस-पास की छोटी मछली के साथ उथले पानी पर तैरने वाला पूर्ण मजा देता है। इस द्वीप के अप्रचलित आकर्षण इस अद्भुत समुद्र तट द्वारा व्यक्त किया जाता है।


लक्षद्वीप के समुद्र तट

अरब सागर के तट बसे भारत के इस भव्य द्वीप को लक्षद्वीप के नाम से जाना जाता है। यह ज्यादा खोजा गया स्थल नहीं है। यह प्रकृति मां से आशीर्वाद प्राप्त द्वीप है। जो अपनी सुंदरता और खूबसूरत समुद्री तटों के रुप मे प्रचलित है। 32किलोमीटर लंबी भूमि में बसा लक्षद्वीप 36 से अधिक छोट-छोटे टापूनुमा द्वीपों में बंटा हुआ है। इन सभी द्वीपों पर मूंगे के रीफ, रेतीले तट और सुंदर प्राकृतिक संपदा देखते ही बनती है। यह प्रदूषण रहित वायु, स्वंच्छ  पानी और अतिथि सत्कासर एवं सुविधा के लिए प्रसिद्ध स्थल है। यहां आप सी ड्रायविंग कर सकते हैं या चाहें तो प्राकृतिक आनंद और आराम का भरपूर मजा ले सकते हैं। यहां के मुख्य तट हैं- कावरती तट, कल्पेतनी तट, मिनीकॉय तट, कदामत तट, अगाती तट और बंगाराम तट है जहां आप अपने अवकाशों में सैर करने में आनंद लेगें। यह उन लोगों को छुट्टियों का सही आनंद देता है जो लोग समुद्र तटों, पानी के खेल और सी फूड के शौकीन हैं।


सफेद समुद्री तट

लक्षद्वीप के समुद्र तट

सफेद समुद्री तट अगाती द्वीप का समुद्र तट है जो मूंगा के पानी के लिए जाना जाता है। इसके बहुत करीब बंगाराम द्वीप है। यह लैगून, हरा पानी, रंग-बिरंगी मछलियां, मूंगे, झूमते पाम के वृक्ष से सजा हुआ है इसमें जैव-लुमेनसेंट प्लैंकट जमा हैं, जो इसे रात में एक अनूठी चमक देता है। यहां समुद्र स्कूटबा डायविंग, स्नोकर केलिंग, केनोइंग, कांच जैसे तल वाली नावों में नौकायन और केयेकिंग करना बहुत सुंदर अनुभव होगा।


कदमत तट

लक्षद्वीप के समुद्र तट

कदमत समुद्र तट 8 किमी तक फैला हुआ है। यह कोचीन से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह पूर्व और पश्चिमी तरफ लागोन से घिरा हुआ है। आप यहां स्कूबा डाइविंग का आनंद ले सकते हैं जो प्राचीन और शांतिपूर्ण समुद्र तट पर रोमांच जोड़ता है। यहां पर बने विशाल लैगूनों को देखने में बड़ा अच्छाह लगता है। पयर्टकों को सफेद संगमरमर से चमकते रेतीले मैदान पर पैदल चलने में बड़ा आनंद आता है। यहां कई तरह की जल क्रीडाओं का आनंद परिवार के साथ लिया जा सकता है।  जो आपकी शहरी जीवन की भागमभाग से दूर शांति का अनुभव कारएगा।


मिनिकॉय तट

लक्षद्वीप के समुद्र तट

मिनिकॉय समुद्री तट पानी के खेल, बदलते कमरे के साथ स्नान झोपड़ियों की उपलब्धता के कारण एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यहां लाइटहाउस, कई लोगों को आकर्षित करता है। यहां स्थानीय लोग लावा नृत्य करते हैं, जो काफी लोकप्रिय है। स्थानीय मछुआरे और नाविक भी नौका दौड़ का आनंद लेते हैं।

भारत में ऐसे कई समुद्र तट अपने तरीके से महत्वपूर्ण हैं। कुछ का बहुत अधिक व्यावसायीकरण किया जाता है जबकि कुछ अभी भी छेड़छाड़ और शोर-चहलकदमी से दूर है।




हनीमून 'डिलाइट - रोमांस के लिए शीर्ष समुद्री तट


समुद्र तट हमेशा नवविवाहित जोड़ो के हनीमून के लिए एक सुंदर स्थल होते हैं। जो उन्हें साथ में निजी और आनंददायक पल बिताने काअवसर देते हैं। यह सुंदर स्थल उनके जीवन में नई खुशियों और प्रेम का संचार करते हैं। यह प्रेमी जोड़े अपनी सुंदर भविष्य के सपने इन्हीं समुद्री तटों पर देखते हैं जो शांति के साथ उनके जीवन में रोंमांस को भर देते हैं।


अंडमान निकोबार द्वीप के समुद्री तट

हनीमून 'डिलाइट - रोमांस के लिए शीर्ष समुद्री तट


अंडमान निकोबार द्वीप समुह के समुद्री तट आपको अपने साथी के साथ एक अलग ही अनुभव कराते हैं। यहां के साफ-सुंदर पानी और जल-जीव आपके प्यार के साक्षी बनने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। जहां आप साथ में बैठकर एक-दूसरे के साथ समय व्यतीत कर सकते हैं।


गोवा में समुद्र तट

हनीमून 'डिलाइट - रोमांस के लिए शीर्ष समुद्री तट

गोवा के समुद्री तट वास्तव में पृथ्वी का स्वर्ग होने का एहसास करता है। यहां का उगता और डूबता सूर्य का नजारा प्रेम का संचार करता है। गोवा के कुछ महान रिसॉर्ट्स आपके रोमांटिक जीवन में प्यार का तड़का लगा देते हैं। प्रेमी जोड़ों के लिए यह एक आदर्श स्थल है।


लक्षद्वीप के समुद्र तट

लक्षद्वीप के समुद्र तट

प्राचीन समुद्र तट, ठंडी लहरें, मूंगा और सफेद रेत समुद्र तटों के लंबे हिस्सों में एक रोमांस को भर देते हैं। यह नवविवाहित जोडों के लिए एक आदर्श स्थल है जहां वो एक-दूसरे के साथ प्यार भरे पल बिता सकते हैं।


पुदुच्चेरी के समुद्र तट


पुदुच्चेरी के समुद्र तट फ्रांसीसी सभ्यता के तट प्रेमी जोड़ों में प्यार का सचांर करते हैं। पुरानी दुनिया के आकर्षण के तट अपने प्यारे के साथ आराम से रोमांटिक पल यहां व्यतीत किए जा सकते हैं। यहां कई स्थल है जो आपको प्यार के साक्षी बन सकते हैं।


दमन और दीव


दमन और दीव समुद्री तट ताजा हवाओं और ठंडी लहरों के तट गुजरात के तट पर स्थित आपको प्यार की नई परिभाषा सिखाते हैं। जहां आप अपने साथी के साथ समय व्यतीत कर उसे और जान सकते हैं।



कोवलम समुद्री तट

कोवलम समुद्री तट

कोवलम समुद्री तट प्रेमी जोड़ों के लिए एक आदर्श स्थल है। यहां का सूर्योदय और सूर्यास्त अपने साथी के साथ देखना एक सुखद अनुभव कराता है। साथी के साथ सनबाथ लेना आपको कभी ना भूलने वाला अनुभव देगा। यहां आप एक साथ शांति में समय व्यतीत कर सकते हैं।


भारत में अद्वितीय समुद्र तट

भारत एक आकर्षक देश है और यह आश्चर्यचकित स्थलों से भरा हुआ है। यहां कई ऐसे अद्वितीय  समुद्री तट हैं जो भारत को गौरव प्रदान करते हैं। यह समुद्री तट आपको किसी और देश में कहीं नहीं मिलेगें। इनकी सुंदरता ही इनकी विशेषता है।

अंडमान में नील द्वीप समुद्र तट

अंडमान में नील द्वीप समुद्र तट

पोर्ट ब्लेयर से 36 किमी उत्तर-पूर्व दिशा में नील नामक एक छोटा सा द्वीप है। यह समुद्र तट के विशिष्ट चट्टान से बने अद्वितीय प्राकृतिक पुल में स्थित है। तैरने का सबसे अच्छा स्थान नील केंद्र है, जो उत्तरी तट पर सफेद रेत की एक सुराग बेकार है जो जेटी पर घूमती है और सुंदर लकड़ी की मछली पकड़ने वाली नौकाओं के साथ बिखरे हुए हैं।  राजधानी के ताजे फल और सब्जियों के बहुत से स्रोत, इसका उपजाऊ केंद्र, शानदार उष्णकटिबंधीय वृक्षों के पर्दे से घूमता है, इसमें छोटे खेतों और केले के पौधों के साथ हरी पत्ते के उज्ज्वल पैच शामिल हैं।


केरल में मुजप्पिलांग समुद्र तट

केरल में मुजप्पिलांग समुद्र तट

केरल का मुजप्पिलांग समुद्र तट ट सबसे लंबा ड्राइविंग स्थल प्रदान करता है जो जो बहुत कम जगह उपलब्ध है। आप यहां गाड़ी पर बैठकर इस स्थल का आनंद ले सकते हैं।


कर्नाटक में सेंट मैरी द्वीप समुद्र तट

कर्नाटक में सेंट मैरी द्वीप समुद्र तट

कर्नाटक का सैंट मेरी आइलैंड समुद्री गहने, समुद्री शैली के साथ सजाया गया है। यह द्वीप में ज्वालामुखीय हथेली-फ्रिंज और बेसल्ट के रॉक कॉलम हैं। । ये द्वीप चार छोटे द्वीपों का समूह है जो उडुपी के मालपे सी कोस्ट में पड़ता है। इस द्वीप की एक विशेषता ये भी है कि इसे भारतीय भू वैज्ञानिकों ने भी एक विशेष दर्जा देते हुए इसे छब्बीस महत्त्वपूर्ण जगहों में शामिल किया है। बताया जाता है कि पुर्तगाली नाविक वास्को डा गामा केरल के कप्पड़ जाने से पहले यहां रुका था। ये एक बहुत ही शांत स्थल है।


गुजरात में डुमास तट

गुजरात में डुमास तट

आमतौर पर समुद्र तट पर रेत का रंग सुनहरा या भूरा होता है, लेकिन दक्षिण-पश्चिम गुजरात में डुमास समुद्री तट की रेत का रंग काला है। अंधेरे में यह जगह भूतिया दिखाई देती है। इस तट को भूतिया तटों में जाना जाता है। जिसके साथ खई कहानियां जुड़ी हुआ हैं। गुजरात के सूरत के पास स्थित डुमस तट की गिनती भुतहा जगहों में होती है। इस जगह पर हिन्दू अंतिम संस्कार करने भी आते हैं। कहा जाता है कि यहां आत्माओं का वास है। इसी डर के चलते लोग यहां शाम होने के बाद नहीं आते। तट हमेशा वीरान पड़ा रहता है।



भारत के समुद्र तट लोगों के आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जो यहां दुनिया के हर नुक्कड़-कोने से लोग आते हैं। लेकिन इन्हीं पर्यटकों की भीड़ के कारण यह स्थल गंदे होते जा रहे हैं। साथ लाए बच्चों की लापरवाही या बड़ो की वजह से घूमने के इन क्षेत्रों में कूड़े और करकट का जमावड़ा हो जाता है जो सही नहीं है इन समुद्र तटों की सफाई हमेशा अधिकारियो के लिए चिंता का मुख्य कारण बनी रहती है। क्योंकि रोजाना हजारों पर्यटन इन समुद्री तटों पर जाते हैं और उन्हें गंदा कर देते हैं। उनके खाने-पीने की वस्तुओं को इधर-उधर फैंकने की आदत के कारण इसका असर समुद्री जल-जीवो पर भी पड़ रहा है। समुद्र का पानी प्रदूषित हो रहा है। जल-जीव नष्ट होते जा रहे हैं जिन्हें बचाने के लिए स्वच्छता पर ध्यान देना आवश्यक है और यह हमारा कर्तव्य है कि हम स्वंय इन स्थलों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। कोई भी वस्तु इधर-उधर ना फेंके। समुद्री जल-जीवों को नुकसान ना पहुंचाएं। तभी हम सही मायने में एक अच्छे पर्यटक बन इन समुद्री तटों को भरपूर आनंद ले पाएगें।
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